मुम्बई: राजग के प्रमुख सहयोगी दल शिवसेना ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के 26 मई को नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार करने पर आज कोई टिप्पणी नहीं की. शिवसेना पाकिस्तान के भारत में आतंकवाद ‘‘प्रायोजित’’ करने के खिलाफ काफी मुखर रही है.
शरीफ द्वारा मोदी के शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लेने का निमंत्रण स्वीकार करने पर शिवसेना की टिप्पणी पूछे जाने पर पार्टी प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.इस सप्ताह के शुरु में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि नई सरकार को पाकिस्तान के प्रति ‘‘जैसे को तैसा’’ नीति अपनानी चाहिए. मोदी को संसदीय दल का नेता चुनने के लिए गत मंगलवार को राजधानी दिल्ली में राजग बैठक में ठाकरे ने कहा था कि यदि पाकिस्तान देश में कोई संकट खडा करता है तो भारत को उसे सबक सिखाना चाहिए. उद्धव ने कहा कि उनकी पार्टी के इस रुख में कोई परिवर्तन नहीं आया है कि पाकिस्तान द्वारा देश में हमले जारी रखने तक भारत को उसके साथ कोई क्रिकेट संबंध नहीं रखना चाहिए.
शिवसेना ने पाकिस्तानी क्रिकेटरों को मुम्बई में क्रिकेट खेलने से रोक दिया था जिसके चलते मैचों को अन्य शहरों में स्थानांतरित करना पडा था. शिवसेना के नई लोकसभा में 18 सदस्य हैं और वह मोदी सरकार में कुछ मंत्रिपदों की उम्मीद कर रही है.