नयी दिल्ली: नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाल लेने के बाद उन्हें रक्षा संबंधी मामलों का विवरण पेश करते समय रक्षा मंत्रालय द्वारा रक्षा खरीद में विलंब और महत्वपूर्ण शस्त्र प्रणाली की कमी के साथ सैन्य और असैन्य अधिकारियों के बीच बनी खाई जैसी समस्याओं से अवगत कराया जा सकता है. मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्रालय महत्वूपर्ण मुद्दों और समस्याओं की सूची तैयार कर रहा है जिसे नई सरकार के सामने पेश किया जाएगा.
इस सूची में 126 मल्टी रोल लडाकू विमान, 197 हल्के हैलिकाप्टर जैसी बहुत जरुरी शस्त्र प्रणालियों की खरीद में विलंब और टैंकों के गोला बारुद की कमी आदि को शामिल किया जा सकता है.मोदी को वस्तुगत स्थिति पेश करते समय सेना के अधिकारियों और असैन्य अधिकारियों के बीच बनी खाई का भी उल्लेख किए जाने की संभावना है. नागरिक और सैन्य नौकरशाही के बीच यह खाई उस समय खुल कर सामने आ गई थी जब तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह का आयु विवाद चल रहा था. जनरल सिंह अब भाजपा सांसद हैं.
रक्षा सचिव आर के माथुर की देख रेख में अगली सरकार के सामने पेश करने के लिए रक्षा मंत्र्रालय के प्रमुख मुद्दों को तैयार किया जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाले अन्य विभाग भी स्थिति रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं.यह कसरत कैबिनेट सचिव के उस निर्देश के बाद शुरु हुई है जिसमें सभी मंत्रालय ों और विभागों से कहा गया है कि वह नई सरकार के सामने पेश करने के लिए अपनी समस्याओं की सूची तैयार करें.नरेन्द्र मोदी के 26 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही भाजपा नीत नई सरकार अपना काम काज शुरु कर देगी.