नयी दिल्ली: कांग्रेस और भाजपा ने आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल की ओर से 10 हजार रुपये का मुचलका जमा करने से इंकार करने के कदम को ‘प्रचार स्टंट’ बताया तो आप ने अपने नेता के इस कदम को ‘सैद्धांतिक’ करार दिया है.
आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘‘यह पैसों का नहीं, सिद्धांत का मामला है. अगर अरविंद केजरीवाल मुचलका जमा कर देते तो इसका मतलब यह होता कि वह दोषी हैं. उन्होंने अदालत को भरोसा दिया था कि अदालत की ओर से बुलाने पर वह किसी भी समय उपस्थित हो जाएंगे.’’ दूसरे दलों ने इसको लेकर केजरीवाल पर हमला बोला.भाजपा ने कहा कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल लोकसभा चुनाव में हार के बाद ‘बिगडैल बच्चे’ की तरह व्यवहार कर रहे हैं. कांग्रेस ने कहा कि केजरीवाल ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है.
भाजपा नितिन गडकरी द्वारा दायर मानहानि के मामले में आज केजरीवाल को उस वक्त एक स्थानीय अदालत ने 23 मई तक के लिए जेल भेज दिया जब उन्होंने मुचलका जमा करने से इंकार कर दिया.
केजरीवाल पर निशाना साधते हुए दिल्ली कांग्रेस के प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने कहा, ‘‘दिल्ली में सरकार बनाने के लिए आप को समर्थन नहीं देने के कांग्रेस के फैसले से वह अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं. वह सत्ता के भूखे हैं. अब उन्हें जनलोकपाल और दूसरे मुद्दों की परवाह नहीं है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम उनके कदम की निंदा करते हैं. हमें उनसे कोई सहानुभूति नहीं है. कानून सबके लिए बराबर है.’’