जालंधर: ‘मैक्जिमम रिटेल प्राइस’ को ‘मैक्जिमम लूट प्राइस’ करार देते हुए भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि केंद्र की आगामी नयी सरकार को ऐसी व्यवस्था बनानी चाहिए जिससे दवाईयों के ‘रैपरों और शीशियों’ पर वही मूल्य अंकित किया जाए जितने में वह उपभोक्ताओं के लिए बाजार में उपलब्ध हो रहे हैं. ऐसा नहीं किये जाने से कंपनियों का तो फायदा हो रहा है लेकिन इससे आम आदमी प्रभावित हो रहे हैं.
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांता चावला ने बातचीत में कहा, ‘‘दवाईयों के रैपरों और शीशियों पर जो अधिकतम खुदरा (एमआरपी) मूल्य अंकित होता उससे बहुत कम में वे बाजार में उपलब्ध होती हैं. दूकानदार इसका फायदा उठाते हुए आम लोगों का खून चूस रहे हैं. यह मैक्जिमम रिटेल प्राइस नहीं मैक्जिमम लूट प्राइस है.’’
पंजाब सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुकीं चावला ने कहा, ‘‘इसलिए आने वाली सरकार को इस बात को ध्यान में रखना होगा. भाजपा की नई सरकार आम लोगों के फायदे के लिए ऐसी व्यवस्था बनाये कि दवाईयों पर वही मूल्य अंकित हो जितने में वह बाजार में उपलब्ध हो ताकि आम लोगों के खून चूसने का जो खेल चल रहा है उसे रोका जा सके.’’ अकाली भाजपा गठबंधन सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर होकर बोलने वाली चावला ने यह भी कहा, ‘‘मैने अपनी ओर से इस बारे में भाजपा नेतृत्व को अवगत करा दिया है. जब लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी का घोषणापत्र तैयार किया जा रहा था तभी मैने इसे उसमें शामिल करने के लिए भेज दिया था.’’