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नीट की तैयारी : हार्ड वर्क के बाद अब करें स्मार्ट वर्क से अच्छा स्कोर, जानें जरूरी टिप्स
देश के प्रतिष्ठित संस्थानों से मेडिसिन की पढ़ाई का सपना लिये लाखों छात्र नीट की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जी-जान से जुटे हैं. अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित होनेवाली इस कठिन परीक्षा में अब तक की गयी तैयारी के साथ-साथ आत्मविश्वास आपकी सबसे बड़ी जमा पूंजी हैं. इसे हर हाल में बरकरार रखते […]
देश के प्रतिष्ठित संस्थानों से मेडिसिन की पढ़ाई का सपना लिये लाखों छात्र नीट की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जी-जान से जुटे हैं. अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित होनेवाली इस कठिन परीक्षा में अब तक की गयी तैयारी के साथ-साथ आत्मविश्वास आपकी सबसे बड़ी जमा पूंजी हैं.
इसे हर हाल में बरकरार रखते हुए तनाव मुक्त रहें, तभी आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पायेंगे. चूंकि, परीक्षा हाल में दाखिल होने में चंद घंटे ही शेष बचे हैं, ऐसे में कुछ सावधानियों को बरतना बेहद जरूरी है. सीबीएसई द्वारा जारी गाइडलाइंस और अपनी तैयारियों पर फोकस रहिये. अक्सर छात्र अंतिम क्षणों तक यह महसूस करते हैं, उनकी तैयारी पर्याप्त नहीं है. ऐसे बिल्कुल भी न करें.
खुद की तैयारी पर सवाल खड़े करने के बजाय यह विश्वास रखें कि जो भी पढ़ा है, वह अच्छी रैंक लाने के लिए पर्याप्त है. अंतिम क्षणों की तैयारी, विशेषज्ञ के सुझाव, कुछ अहम जानकारियों और आपकी सफलता की शुभकामनाओं के साथ प्रस्तुत है विशेष पेज..
देश के प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश का सपना लिये महीनों से दिन-रात परिश्रम में जुटे छात्रों के लिए आखिरी के कुछ घंटे सबसे अहम हैं. इस बचे हुए समय में आत्मविश्वास से भरी तैयारी ही आपको एक बेहतर और मनचाही रैंक दिला सकती है.
इस बार लगभग 13.36 लाख छात्रों ने नीट यूजी एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है, ऐसे में परीक्षा पास करना ही नहीं, अच्छी रैंक हासिल करना कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण है. यदि परीक्षा हाल में दाखिल होने से पहले आप कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें, तो आसानी से आप इस मुकाम को हासिल कर सकते हैं.
लास्ट मिनट टिप्स
शांत और तनाव मुक्त रहिये : परीक्षा से पहले तनाव और घबराहट का होना स्वाभाविक है, जिसे आपको हर हाल में कंट्रोल करना है. इस स्थिति में आप अकेले नहीं है, बल्कि आप जैसे लाखों छात्र हैं. ध्यान रखें, इन्हीं परिस्थितियों से निकल कर कामयाबी का सपना पूरा होगा. जिंदगी का यह सुनहरा दौर है, इसे तनाव में बिताने के बजाय अपने आत्मविश्वास की मजबूती को परखिये. शांत चित और तनाव मुक्त रहने के लिए योग, ध्यान, प्राणायाम कीजिये, मित्रों से फोन पर बात कीजिये.
बेसिक्स है फायदेमंद : एनसीईआरटी की पुस्तकों से की गयी तैयारी और उससे बनाये नोट्स इस समय सबसे अधिक मददगार हैं. ऐसे में बेसिक्स पर आधारित फार्मूलों और तथ्यों पर विशेष रूप से फोकस रखिये, इससे काफी प्रश्न पूछे जाते हैं. यदि आपने एनसीईआरटी से नोट्स बनाये हैं, तो उसे खूब दोहरायें, इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा.
नये टॉपिक को भूल कर भी न छूएं : जब परीक्षा में चंद घंटे ही शेष बचे हों, ऐसे में किसी नये टॉपिक या स्टडी मैटीरियल की तरफ देखना भी खतरनाक हो सकता है. बाजार में अनगिनत किताबें, नोट्स उपलब्ध हैं, जिसमें फंसने से न केवल तनाव बढ़ेगा, बल्कि पहले से समेटा गया सब कुछ बिखर जायेगा. ऐसे में अपने नोट्स और अपनी तैयारी पर पूरा विश्वास रखिये, यही आपकी पूंजी है.
कंसेप्ट व फार्मूलों को दोहरा लें : अब तक मॉक टेस्ट, थ्योरी, प्रॉब्लम साल्विंग और पुराने प्रश्नपत्रों से पर्याप्त तैयारी कर चुके होंगे. अब बचे हुए घंटों में सबसे अहम है कि आप कंसेप्ट और फार्मूलों पर विशेष रूप से फोकस रखें. जरूरत होने पर इस एक बार जरूर दोहरा लें. इससे आपकी जानकारी पुख्ता होगी और आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी.
कुछ खास टॉपिक
फिजिक्स : मेकेनिक्स, ऑप्टिक्स, थर्मोडायनेमिक्स और न्यूक्लियर फिजिक्स.केमिस्ट्री : ऑर्गेनिक केमेस्ट्री, पीरियोडिक टेबल, को-ऑर्डिनेशन केमिस्ट्री, केमिकल बॉन्डिंग, मोल कंसेप्ट आदि.
बायोलॉजी : जेनेटिक्स, सेल बायोलॉजी, मॉर्फोलॉजी, इकोलॉजी व एन्वायर्नमेंट, री-प्रोडक्शन व प्लांट व एनिमल फिजियोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी के बेसिक्स.
अच्छे स्कोर के लिए जरूरी टिप्स
एग्जाम टाइम की बनाएं खास रणनीति
परीक्षा हाल में टाइम मैनेजमेंट और प्रश्नों को हल करने के बेहतर तौर-तरीकों से आप अच्छा स्कोर कर सकते हैं. बायोलॉजी, फिजिक्स और केमिस्ट्री सभी विषयों के लिए सुव्यवस्थित और निर्धारित समय होना चाहिए. जिस खंड के प्रश्न आपको आसान लगते हैं, उसे पहले शुरू कीजिये, लेकिन निर्धारित समय में ही यह काम पूरा कर लें. सभी खंडों के प्रश्नों को हल करने के बाद शेष बचे समय में पूरे प्रश्नपत्र को जरूर देखें.
आसान प्रश्नों को पहले हल करें
जिन प्रश्नों को लेकर आश्वस्त हैं, उसे पहले हल करें. किसी प्रश्न पर उलझने के बजाय आगे बढ़ें. आसान प्रश्नों को पहले हल कर लेने से आत्मविश्वास बढ़ेगा और इससे आप अच्छा स्कोर कर सकेंगे. चूंकि, प्रश्न विषय वार तरीके से व्यवस्थित होते हैं, ऐसे में किसी एक खंड के बजाय सभी खंडों के आसान प्रश्नों को चुनें और उसे पहले हल करें.
एग्जाम के वक्त कैसे रहें सेहतमंद
कोई भी परीक्षा अपनेआप में कठिन होती है. इसमें भी तनाव होना सबसे कष्टकारी होता है और जिसने इसे काबू में कर लिया, वही कामयाब हो सकता है. खासकर एग्जाम से एक दिन पहले वाली रात छात्रों का तनाव बढ़ जाता है.
लेकिन, उन्हें इस बात काे समझना होगा कि तनाव को दूर रखने से ही वे एग्जाम पर अपना पूरा फोकस रख सकते हैं. इससे न केवल उनकी सेहत प्रभावित होने की आशंका रहती है, बल्कि एग्जाम पर भी बुरा असर पड़ सकता है. इसलिए एग्जाम से एक दिन पहले इन बातों पर निश्चित रूप से अमल करने का प्रयास करें.
भरपूर नींद लें
एग्जाम से एक दिन पहले की तैयारी में यह सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर है. यदि रात को आप सही तरीके से नींद नहीं ले पायेंगे, तो अगले दिन एग्जाम के समय उसका असर निश्चित रूप से दिखाई पड़ सकता है.
हालांकि, इसकी शुरुआत परीक्षा की तैयारी के आरंभ से ही संतुलित रखनी होती है, लेकिन एक रात पहले तो निश्चित रूप से इस पर विशेष ध्यान देना ही होगा. ऐसा करने से आप एग्जाम के दिन सुबह जब जल्दी उठेंगे, तो आप खुद को तरोताजा महसूस कर पायेंगे. अन्यथा परीक्षा के दौरान आपको सिरदर्द, पेट संबंधी किसी प्रकार की गड़बड़ी व्यवधान पैदा कर सकती है.
पीयें पर्याप्त पानी
इंसान के लिए पानी बेहद अहम है. खासकर गर्मी के दिनों में शरीर को सेहतमंद और तरोताजा रखने के लिए पर्याप्त पानी पीते रहना बहुत जरूरी है. एग्जाम देने जाते समय अपने साथ पानी का एक बोतल जरूर रखें और बीच-बीच में पानी पीते रहें. इससे आपके शरीर की ऊर्जा बरकरार रहेगी और त्वचा पर चमक कायम रहने से आपके भीतर का आत्मविश्वास बना रहेगा.
स्वास्थ्यवर्धक भोजन जरूरी
आम तौर पर छात्र कैंडी, चिप्स और चॉकलेट जैसी चीजें खा लेते हैं. लेकिन, एग्जाम की तैयारी करने वाले छात्रों को फास्ट फूड से दूर रहना चाहिए. जब आप अक्सर ऐसी चीजें खाते हैं, तो कई बार उसका असर एकाएक देखने को मिलता है. इसलिए एग्जाम से ऐन वक्त पहले ऐसी चीजों को खाने से बचना चाहिए. आपको केवल ताजा भोजन ही करना चाहिए.
एक्सरसाइज है जरूरी
तनावमुक्त रहने के लिए एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है. एग्जाम के समय भी यह जरूरी फैक्टर है. हां, आप इसमें समय कम दे सकते हैं, लेकिन कुछ देर तो इसे करना ही चाहिए. इससे आप एक्टिव भी रहेंगे.
नियमित अंतराल पर ब्रेक लें
एक ही जगह पर लगातार बैठे रहना ठीक नहीं है. एक नियमित अंतराल पर ब्रेक लेना जरूरी है. प्रत्येक एक घंटे पर पानी पीने के लिए उठना चाहिए, जिससे तनाव दूर होता है.
किताबी कीड़ा नहीं, टॉपिक्स को क्लियर रखने की जरूरत
नीट 2017 में चंडीगढ़ के नवदीप सिंह ने 99.99 प्रतिशत अंकों के साथ ऑल इंडिया टॉप किया था. अपनी प्रिपरेशन स्ट्रेटजी के बारे में नवदीप बताते हैं कि किसी भी परीक्षा को पास करने के लिए किताबी कीड़ा बनना जरूरी नहीं, बल्कि सभी टॉपिक्स का क्लियर होना बहुत जरूरी है.
खुद नवदीप तैयारी के दौरान दिन में सिर्फ चार घंटे ही सोते थे और अधिक-से-अधिक समय पढ़ाई में बिताते थे. नवदीप बताते हैं कि पढ़ाई के लिए दिमाग रिलैक्स होना चाहिए. मुझे क्रिकेट खेलने का काफी शौक है.
अंतिम दौर में रिलैक्स रहना है जरूरी
निकिता गोयल ने नीट 2017 में 720 में 690 अंक प्राप्त कर देश में आठवीं रैंक हासिल की थी. निकिता के अनुसार परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तनाव मुक्त रहना बेहद जरूरी है. कई बार छात्र दबाव के आकर तैयार प्रश्नों को भी हल नहीं कर पाते. चूंकि, अब परीक्षा में कुछ घंटे ही शेष हैं, ऐसे में छात्र तैयारी पर जोर देने के साथ ही खुद को रिलैक्स रखने पर भी ध्यान दें. तनाव से दूर रहने के लिए मैं म्यूजिक सुना करती थी.
ड्रेस कोड, प्रतिबंधित सामानों और समय का रखें विशेष ख्याल
पिछले वर्ष जहां नीट के परीक्षा के शामिल होनेवाले छात्रों के सिर पर बंधे कपड़े, हिजाब आदि को हटवाया गया था, जिसके लिए बोर्ड की काफी आलोचना हुई थी. वहीं इस वर्ष एडमिट कार्ड जारी करने के साथ ही सीबीएसई ने नीट 2018 के लिए ड्रेस कोड निर्धारित किया है. बोर्ड ने परीक्षार्थियों को पहनावे से संबंधित कुछ सलाह दी है.
छात्रों को हल्के रंग के कपड़े पहन कर परीक्षा में शामिल होना होगा. कमीज व कुर्ती के स्लीव्स हाफ होने चाहिए और उसमें किसी तरह के बड़े बटन, बैज या फूल नहीं लगे होने चाहिए. इसके साथ छात्र सलवार या ट्राउजर पहन सकते हैं.छात्रों को जूते पहनने की बजाय चप्पल या सैंडल पहनकर आना होगा.
छात्राएं कंगन, अंगूठी, झुमका, कान के बुंदे, पिन, चेन, हार, बैज और ब्रोच पहनकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं ले सकती हैं.उम्मीदवार के पास किसी भी तरह की लिखित सामग्री, पैंसिल बॉक्स, प्लास्टिक पाउच, कैल्कुलेटर, पेन, स्केल, पेन ड्राइव, रबड़, मोबाइल फोन, ब्लू-टूथ हेडफोन, ईयरफोन, माइक्रोफोन, हेल्थ बैंड आदि पर रोक लगा दी गयी है. यदि उम्मीदवार इनमें से कोई भी चीज पहनकर आता है, तो उसे परीक्षा में बैठने नहीं दिया जायेगा.
9:30 बजे के बाद नहीं मिलेगी एंट्री
नीट 2018 परीक्षा 6 मई को आयोजित होनी है. सेंट्रल बोर्ड फॉर सेकेंडरी एजुकेशन द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को सुबह 9:30 बजे तक एग्जाम हॉल में शामिल होना होगा, इसके बाद उन्हें परीक्षा हॉल में एंट्री नहीं दी जायेगी. परीक्षा सुबह 10 बजे से शुरू होगी.
परीक्षा को लेकर पैनिक होने से बचें
आकाश चौधरी
डायरेक्टर, आकाश इंस्टीट्यूट
परीक्षा के लिए अब काउंटडाउन शुरू हो चुका है, क्योंकि अब परीक्षा में कुछ ही घंटे शेष हैं, ऐसे में मैं छात्रों को किताबें बंद करके पूरी तरह से रिलैक्स रहने की सलाह दूंगा. कल समय पर परीक्षा केंद्र में पहुंचने के लिए वे नौ घंटे की पूरी नींद लें. सुबह जल्दी उठें, नहाएं, तैयार हों, जो छात्र पूजा करते हैं, वे पूजा करें, योग करें. सभी छात्रों को परीक्षा केंद्र में 9:30 बजे पर उपस्थित होना है, लेकिन मैं उन्हें परीक्षा केंद्र में कम-से-कम दो घंटे पहले पहुंचने को कहूंगा.
कई बार ऐन वक्त पर परीक्षा केंद्र में पहुंचने पर छात्र बेवजह ही पैनिक होने लगते हैं, वहीं जल्दी पहुंचने से वे इस तरह के तनाव से बच सकेंगे. मैं छात्रों को खासतौर से यह सलाह दूंगा कि वे परीक्षा केंद्र में पहुंच कर किसी और से इस तरह की चर्चा करने से बचें कि उन्होंने क्या तैयारी की है और कौन-कौन से टॉपिक उन्हें टफ लगते हैं.
इससे उनके आत्मविश्वास में कमी आ सकती है. अपनी तैयारी पर भरोसा रखते हुए छात्र परीक्षा हॉल में प्रवेश करें. प्रश्नपत्र मिलने पर उसे अच्छी तरह से पढ़ें. प्रश्नों को एक या दो बार पढ़ने के बाद उनका उत्तर देना शुरू करें. सभी छात्रों को मेरी शुभकामनाएं.
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