बालाघाट (मप्र) : मध्यप्रदेश के जिला मुख्यालय बालाघाट में एक सरकारी महिला चिकित्सक के निजी क्लिनिक पर कथित रुप से 20 वर्षीय अविवाहित गर्भवती युवती का कल गर्भपात कराने के मामले को कोतवाली पुलिस ने उजागर कर क्लिनिक को सील कर दिया है.
नगर निरीक्षक रवि भदौरिया ने आज यहां बताया, इतवारीगंज बाजार स्थित महावीर कॉलोनी की डॉ विवेक पगारे की क्लिनिक में छोटीकुमारी गांव निवासी अविवाहित युवती को गर्भपात कराने के लिए अर्जुन नामक युवक ने भर्ती कराया था. जहां उसके छह माह के गर्भ का गर्भपात कराया गया। उन्होंने कहा कि युवती के भाई द्वारा कोतवाली पुलिस में शिकायत किये जाने पर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के. के. खोसला एवं पुलिस दल ने क्लिनिक में दबिश दी और उसे सील कर दिया.
भदौरिया ने बताया कि पीडित युवती को मंगलवार को क्लिनिक में भर्ती कराया गया तथा कल उसका गर्भपात कराया गया.उन्होंने कहा कि युवती जब मंगलवार रात को अपने घर नहीं आयी, तो परिजनों ने उसे ढूंढना शुरु कर दिया और कल उसे क्लिनिक में पाया, जहां उसका गर्भपात कराया जा रहा था.
भदौरिया ने बताया कि इसके बाद पीडि़ता के परिजनों ने कोतवाली पुलिस को इस बात की सूचना दी, जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अर्जुन को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया है.
उन्होंने कहा कि पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि गांव के ही रोहिल रंगीरे ने शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाये, जिसके कारण वह गर्भवती हो गयी थी। पीडि़ता ने बताया कि रोहित ने अपने मित्र अर्जुन के साथ उसे क्लिनिक भिजवाया और गर्भपात करा दिया.
नगर निरीक्षक रवि भदौरिया ने बताया कि बाद में पुलिस ने युवती को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है और पीडित महिला की मेडिकल जांच रिपोर्ट आने के बाद ही महिला चिकित्सक के खिलाफ मेडिकल पे्रगनैंसी टर्मिनेशन एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि यदि पीडिता भी अवैध गर्भपात करवाने में दोषी पाई जाती है, तो उसके विरुद्ध भी इस मामले में अपराध का प्रकरण दर्ज किया जायेगा.मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी खोसला ने बताया कि यह गंभीर मामला है और संबंधित क्लिनिक का पंजीकरण भी नहीं है. इसके अलावा विवेक पगारे बालाघाट जिला अस्पताल में चिकित्सक हैं, इसलिए उसे निजी प्रैक्टिस का अधिकार नहीं है.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा किसी अविवाहित युवती का उसके परिजनों की सहमति के बिना गर्भपात नहीं किया जा सकता है.खोसला ने बताया कि पूरे मामले की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.