अहमदाबाद: भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को ‘फर्जी ओबीसी’ बताने के सिलसिले में दो वर्गों के बीच शत्रुता बढाने के आरोप में लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत आज कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गयी.
सोला थाने के एक अधिकारी ने आज यहां बताया कि शक्तिसिंह गोहिल के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गयी क्योंकि उन्होने एक राजनैतिक व्यक्ति के खिलाफ कथित रुप से ‘फर्जी ओबीसी’ टिप्पणी की. उन्होंने बताया कि जमीनों की खरीद फरोख्त कराने वाले शैलेश मोदी ने आज थाने में शिकायत दर्ज करायी. शैलेश ने खुद को ‘मोढ घांची’ उपजाति का बताया और अपनी शिकायत में कहा कि गोहिल की टिप्पणी संपूर्ण रुप से मोढ घांची के सभी सदस्यों के खिलाफ है.
शिकायत में कहा गया है कि गोहिल ने अपने राजनैतिक स्वार्थ तथा कुछ राजनैतिक व्यक्तियों पर निशाना साधने के लिये संपूर्ण मोढ घांची समुदाय के खिलाफ यह टिप्पणी की. गोहिल राज्य विधान सभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि गोहिल ओबीसी समुदाय के कुछ वर्गों का वोट हासिल करने के लिये जातिगत कार्ड खेल रहे हैं और अपनी टिप्पणी से मोढ घांची समुदाय लोगों का अपमान कर रहे हैं तथा जातिवाद का बढावा दे रहे हैं.
गोहिल के खिलाफ यह शिकायत भारतीय दंड संहिता की धारा 171 (ए) तथा 153 के तहत दर्ज की गयी है साथ ही उनके खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 (ए) को भी लगाया गया है. गोहिल ने गत 8 मई को एक परिपत्र की प्रतिलिपि जारी कर दावा किया था कि नरेन्द्र मोदी ने खुद को मोढ घांची जाति में लाने के लिये रिकार्ड के साथ खिलवाड किया था.