नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी अभी से मिशन 2019 के लिए जुट गयी है. अगले साल होनेवाले आम चुनावोंमेंभी सबसे बड़ी पार्टी बनकर फिर से सत्ता में आने के लिए भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. लेकिन ब्लूमबर्ग मीडिया समूह की एक हालिया रिपोर्ट की मानें, तो भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कम से कम अगले 11 वर्षों तक अपने पद पर बने रह सकते हैं.
जी हां, दुनिया के 16 देशों के नेताओंपर एक अध्ययन कर ब्लूमबर्ग मीडियानेयह रिपोर्ट तैयार की. इसमें बताया गया है कि नरेंद्र मोदी 2029 तक प्रधानमंत्री बने रह सकते हैं. इस रिपोर्ट में मोदी ज्यादा दिनों तक शासन कर सकने वाले नेताओं में छठे स्थान पर हैं.
2019 के बाद 2024 भी जीतेंगे मोदी!
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, ज्यादा दिनों तक शासन कर सकने वाले नेताओं में पीएम मोदी छठे स्थान पर हैं. 2014 में पीएम बनने वाले नरेंद्र मोदी का कद इतना बड़ा हो गया है किकिसी भी समकक्ष नेता के लिए उनकी बराबरी कर पाना फिलहाल संभव नहीं लगता. मोदी के करिश्माई व्यक्तित्व के आगे विपक्ष पूरी तरह बिखर चुका है. मोदी हर वर्ग के लोगों के बीच खासे लोकप्रिय हैं. बच्चे से लेकर युवा तक उनको फॉलो करते हैं. यह सब देखते हुए उम्मीद है कि 2019 में भी उनके नेतृत्व में राजग की सरकार बनेगी. इसका मतलब यह हुआ कि 2024 तक उनकी प्रधानमंत्री बने रहने की प्रबल संभावना है. अपने चार वर्ष के कार्यकाल में ही बड़े और कड़े फैसलों से उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को गति दी है. ऐसे में कार्यकाल की सीमा बाध्यता न होने और प्रभावी विपक्ष नेता के अभाव में वे 2024 में भी प्रधानमंत्री बनकर 2029 तक देश की सेवा कर सकते हैं.
क्या है दुनिया के अन्य राष्ट्राध्यक्षों की स्थिति
मोहम्मद बिन सलमान, सऊदी अरब
क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान सऊदी अरब के प्रभावी शासक हैं. उनके अगले 50 सालों तक शासन करने की संभावना है.
किम जोंग उन, उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच अगर युद्ध की स्थितियां पैदा नहीं होती हैं, तो उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन कई दशकों तक शासन कर सकते हैं.
शी जिनपिंग, चीन
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग दूसरी बार राष्ट्रपति बने हैं. दमदार राष्ट्राध्यक्ष माने जानेवाले जिनपिंग को लेकर ब्लूमबर्ग की उम्मीद है कि वह आगे भी शासन करेंगे.
डोनाल्ड ट्रंप, अमेरिका
डोनाल्ड ट्रंप जब से राष्ट्रपति बने हैं, उनका कार्यकाल विवादों में ही रहा है. वे अपनी जनता के बीच खासे लोकप्रिय नहीं है. इसलिए संभव है कि यह उनका आखिरी कार्यकाल हो या इसे भी पूरा न कर पायें.
व्लादिमिर पुतिन, रूस
रूस में राष्ट्रपति चुनाव में भारी बहुमत से जीत दर्ज करने के बाद व्लादिमिर पुतिन चौथी बार सत्ता में काबिज हो गये हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, कार्यकाल की सीमा के चलते 2024 में उन्हें पद त्यागना पड़ सकता है.
रेसेप तैयप एर्दोगन, तुर्की
2014 में देश के पहले चुने गये राष्ट्रपति बने. 2019 में चुनाव जीतने की संभावना प्रबल है. संवैधानिक नियमों को बदलने में अगर सफल होते हैं, तो एक दशक और शासन कर सकेंगे.
बेंजामिन नेतन्याहू, इस्राइल
दससाल बाद 2009 में दोबारा सत्ता संभाली. घोटालों में नाम आया. जांच में अगर बच गये तो 2019 में कार्यकाल संभाल सकते हैं.