दार्जिलिंग: वर्ष 2009 में भाजपा के टिकट से दार्जिलिंग लोकसभा सीट जीतने वाले पार्टी के पूर्व नेता जसवंत सिंह ने दावा किया है कि भगवा पार्टी ने गोरखालैंड की मांग पूरी तरह स्वीकार नहीं की है.सिंह ने कल यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ यह दु:खद है कि भाजपा ने दार्जिलिंग पर्वतीय इलाके की अलग राज्य की मांग पूरी तरह स्वीकार नहीं की है. पार्टी गोरखालैंड मामले पर दो नौकाओं में सवार होने की कोशिश कर रही है. मैं नहीं जानता कि भाजपा अलग राज्य की मांग को लेकर ईमानदार है या नहीं, लेकिन मैं निश्चित ही हूं.’’
भाजपा से गत मार्च में निष्कासित किए 76 वर्षीय नेता ने कहा, ‘‘ यह वास्तविकता है कि राज्य की भाजपा इकाई विभाजन पर कभी सहमत नहीं होगी. बंगाल पहले ही दो बार विभाजन देख चुका है तथा एक और विभाजन नहीं चाहता है. लेकिन मैं गोरखालैंड राज्य के गठन को बंगाल के विभाजन के रुप में नहीं देखता हूं क्योंकि केवल यही सही समाधान है.’’ राजस्थान में अपने गृहनगर बाडमेर से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मौजूदा लोकसभा चुनाव लड रहे सिंह ने 2009 में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के समर्थन से दार्जिलिंग लोकसभा सीट जीती थी. उस समय भाजपा ने गोरखालैंड का वादा किया था.उन्होंने अपने अधिकतर कार्यकाल में अपने निर्वाचन क्षेत्र से अनुपस्थित रहने के आरोपों के जवाब में कहा, ‘‘ चुनाव आने के साथ आरोप लगते हैं और उन सभी का जवाब देना आवश्यक नहीं है.’’