इंडोनेशिया के प्रधानमंत्री भी भारत पहुंचे.
Indonesian President @jokowi reaches Delhi to attend the #ASEANIndia Commemorative Summit@indiatoasean pic.twitter.com/CIuaLwBXFq
— DD News (@DDNewslive) January 25, 2018
थाईलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रयुत व सिंगापुर के पीएम से मोदी ने की बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-आसियान सम्मेलन से पहले थाईलैंड के अपने समकक्ष जनरल प्रयुत चान-ओ-चा के साथ व्यापार, रक्षा तथा सुरक्षा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए आज द्विपक्षीय बातचीत की. मोदी ने आसियान के मौजूदा अध्यक्ष एवं सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली ह्सीएं लूंग के साथ भी बैठक की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘हमारी एक्ट ईस्ट नीति थाईलैंड की एक्ट वेस्ट नीति की पूरक है. प्रधानमंत्री मोदी थाईलैंड के प्रधानमंत्री से मिले. आर्थिक एवं वाणिज्यिक आदान-प्रदान, संपर्क, रक्षा एवं सुरक्षा, सांस्कृतिक सहयोग और लोगों के बीच आदान-प्रदान को लेकर हुई रचनात्मक वार्ता.’ भारत-आसियान संबंधों के 25 साल हो जाने के समारोह की पूर्व संध्या पर मोदी ने म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की, वियतनाम के प्रधानमंत्री न्गुएन जुआन फुक और फिलिपींस के राष्ट्रपति रॉड्रिगो दुएर्ते के साथ कल अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें की थीं. आसियान नेता राष्ट्रपति भवन पहुंचे हैं, जहां उनका राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वागत किया है.
ASEAN leaders arrive at Rashtrapati Bhavan in #Delhi, received by President Ram Nath Kovind, Vice-President Venkaiah Naidu & Prime Minister Narendra Modi #ASEANIndia pic.twitter.com/2TUW1442xx
— ANI (@ANI) January 25, 2018
प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी ने ब्रुनोई के सुल्तानसुल्तान बोल्किया से मुलाकात की है.
Delhi: Sultan Of Brunei Hassanal Bolkiah meets PM Narendra Modi #ASEANIndia pic.twitter.com/WqDQSWW4ha
— ANI (@ANI) January 25, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सियन लूंग का स्वागत किया. दोनों नेता द्विपक्षीय वार्ता की.
Prime Minister, Shri @narendramodi with Prime Minister of Singapore, Mr. Lee Hsien Loong, at Hyderabad House, in New Delhi pic.twitter.com/BXxTbG0y5B
— Ministry of Information and Broadcasting (@MIB_India) January 25, 2018
नयी दिल्ली : इस बार गणतंत्र दिवस पर भारत ने अपने अतिथियों के स्वागत के लिए बड़ी मेज तैयार की है. गणतंत्र दिवस पर आसियान के दस देशों के राष्ट्रप्रमुख भारत के मेहमान बनने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने शानदार अंदाज से इनका स्वागत करेंगे, वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इनके लिए भोज का आयोजन करेंगे. भारत की यह पहल यह बताती है कि आसियान देश सामरिक, कूटनीतिक व कारोबारी लिहाज से उसके लिए कितने महत्वपूर्ण हैं. गणतंत्र दिवस के इस बड़े आयोजन में शामिल होने के लिए विदेशी मेहमान भारतआ चुके हैं. इन विदेशी मेहमानों की सूची में सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सियन लूंग, थाइलैंडकेपीएम प्रायुत चान-ओचा, म्यांमार की फर्स्ट काउंसलर आंग सान सू की, ब्रुनोई के सुल्तान बोल्किया, कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो, मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक, वियतनाम के प्रधानमंत्री न्गुयेन शुयान फुक, लाओस के प्रधानमंत्री थांगलौन सिसाेलिथ, फिलीपींस के प्रधानमंत्री रॉड्रिगो दुतेर्ते शामिल हैं. इनमें नौ अतिथि कल तक भारत पहुंच गये थे, जबकि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति का आज पहुंचने का कार्यक्रम निर्धारित था.
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दस मेहमान और उनसे हमारे रिश्ते
आंग सान सू की, म्यांमार
म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की भारत में पढ़ी-लिखी हैं और वे गणतंत्र दिवस समारोह में पहली बार यहां आ रही हैं. भारत और उनके देश के बीच सदियों पुराना सांस्कृतिक संबंध है. म्यांमार भारत के पूर्वोत्तर से सटता है और सामरिक दृष्टिकोण से भारत के लिए बहुत अहम है. रोहिंग्या संकट को लेकर भी आंग सान सू की का दौरा महत्व रखता है. पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी म्यांमार के दौरे पर गये थे.
सुल्तान बोल्किया, ब्रुनेई
ब्रुनेई भी लुक ईस्ट पाॅलिसी का समर्थक है. ब्रुनेई के सुल्तान असन अल बोल्किया पहली बार 2012 में आसियान देशों के सम्मेलन में भारत आये थे. वे गणतंत्र दिवस समारोह में पहली बार शामिल हो रहे हैं.
हुन सेन, कंबोडिया
कंबोडिया के पीएम हुन सेन से पहले 1963 में वहां के किंग भारत आये थे. हुन सेन दुनिया के वैसे शासकों में हैं, जो लंबे अरसे से सत्ता में हैं. 1985 से वे कंबोडिया की सत्ता में हैं. वहां भारत का काफी सांस्कृतिक असर है.
ली सियन लूंग, सिंगापुर
सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सियन लूंग अपने राष्ट्र के दूसरे पीएम हैं, जो भारत के गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में मेहमान बन रहे हैं. उनसे पहले 1954 में गोह चोक टोंग समारोह में शामिल हुए थे. ली भारत के साथ मजबूत रिश्तों के पैरोकार हैं. वे दक्षिण पूर्व एशिया में भारत की बड़ी भूमिका के पक्ष में हैं.
प्रायुत चान-ओचा, थाईलैंड
थाईलैंड के पीएम प्रायुत भी अपने देश के दूसरे ऐसे राष्ट्रप्रमुख हैं, जो गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हो रहे हैं. उनसे पहले यिंगलक शिनवात्रा भारत के अतिथि बने थे.
जोको विडोडो, इंडोनेशिया
जोको अपने देश के तीसरे राष्ट्रपति हैं जो भारत के गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. दक्षिण-पूर्व एशिया में इंडोनेशिया की मजबूत भूमिका है.
नजीब रजाक, मलेशिया
मलेशिया के पीएम नजीब रजाक ने पिछले वर्ष भारत-मलेशिया के राजनयिक रिश्तों की 60वीं वर्षगांठ मनायी थी. इससे दोनों देशों के रिश्तों का महत्व समझ में आता है. वे दूसरी बार भारत आये हैं.
न्गुयेन शुयान फुक, वियतनाम
फुक अपने देश के दूसरे नेता हैं, जो भारत के गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. उनसे पहले 1989 में वहां जनरल सेक्रेटरी न्गुयेन लिन्ह भी भारत आ चुके हैं.
थांगलौन सिसोलिथ, लाओस
थांगलौन सिसोलिथ अपने देश के पहले प्रतिनिधि हैं, जो भारत के गणतंत्र दिवस आयोजन में शामिल हो रह हैं.
रॉड्रिगो दुतेर्ते, फिलीपींस
रॉड्रिगो दुतेर्त अपने देश के पहले नेता हैं, जो भारत के गणतंत्र दिवस आयोजन में शामिल हो रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल में ही उनके देश के दौरे पर गये थे. फिलीपींस भारत से अपने राष्ट्र के नवनिर्माण में भी मदद चाहता है.
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भारत-आसियान स्मारक शिखर सम्मेलन का उद्घाटन आज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विदेशी मेहमानों की मौजूदगी के बीच भारत-आसियान स्मारक शिखर सम्मलेन के उदघाटन सत्र को भी संबोधित करेंगे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आसियान के इन सदस्य देशों के राष्ट्र प्रमुखों के सम्मान में भोज भी देंगे. भारत-आसियान स्मारक शिखर सम्मेलन का विषय है – साझा मूल्य और साझा भाग्य. भारत की लुक इस्ट नीति विशेष रूप से क्षेत्रीय गठबंधन बनाने की योजनाओं को बढ़ावा देने पर विचार होगा. इस सम्मेलन के जरिये भारत आसियान देशों के साथ कारोबार और संपर्क के कूटनीतिक क्षेत्र पर फोकस करेगा. सम्मेलन में इन राष्ट्र प्रमुखों के साथ समुद्री सहयोग और सुरक्षा विषयों पर भी चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज चार आसियान देशों – थाइलैंड, सिंगापुर, ब्रुनोई और इंडोनेशिया के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे. कल उन्होंने म्यांमार, वियतनाम ओर फिलीपींस के नेताओं के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें की थीं.