नयी दिल्ली: साम्प्रदायिक दंगों से निपटने में कांग्रेस के पिछले रिकार्ड पर सवाल खडे करते हुए नरेन्द्र मोदी ने आज सोनिया गांधी की धर्मनिरपेक्षता को चुनौती दी और आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष हिंदुओं या मुसलमानों के बारे में चिंतित नहीं हैं बल्कि सिर्फ यह चाहती हैं कि उनके बेटे को सत्ता मिल जाए.
चुनाव के आखिरी दो चरणों में होने वाले मतदान को लेकर 107 स्थानों पर एक 3 डी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस केंद्र में तीसरे मोर्चे की सरकार के गठन के बारे में बात कर देश को ‘अस्थिर’ करने की कोशिश कर रही है.
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा, ‘‘राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी, जिसके एक मुख्यमंत्री थे जो सोनिया गांधी के पसंदीदा थे. वहां दंगों में कितने लोग मारे गए और उन्हें न्याय दिलाने के लिए क्या किया गया. कांग्रेस खामोश क्यों है..अब आप सिर्फ वोट पाने के लिए मुसलमानों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं.’’
मोदी ने कहा, ‘‘मैं आपको आपकी धर्मनिरपेक्षता पर चुनौती देता हूं. आपके लिए ना हिंदू ना ही मुसलमान मायने रखता है. आप सिर्फ यह चाहती हैं कि आपके बेटे को सत्ता मिल जाए. मैं एक मां का उसके बेटे के लिए प्यार समझ सकता हूं लेकिन जरा इस देश के बारे में भी सोचिए.’’ उन्होंने कहा कि धर्म के मुद्दे पर उनका विचार स्पष्ट है और ‘मेरे लिए, ना तो हिंदू है ना ही मुसलमान.’ मेरे लिए मेरे 125 करोड भारतीय एक जैसे हैं. हम हर किसी के लिए काम करेंगे और हम किसी को नहीं बांटेंगे.
’ मोदी ने आरोप लगाया, ‘‘भारत को बांटना कांग्रेेस की राजनीति का हाईवे है. आप भारत को बांटने की ब्रिटिश नीति पर अटके हुए हैं जबकि हमारे लिए, हम एक डिजीटल भारत चाहते हैं.’’ उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि शिक्षा हासिल करने के लिए मदरसा जाने वाले मुस्लिम युवक एक हाथ में कुरान रखें जबकि दूसरे हाथ में कंप्यूटर रखे ताकि वह दुनिया का सामना कर सके. मोदी ने कहा कि कांग्रेस भी ऐसा कर सकती थी लेकिन अब उसे अपनी करतूतों का जवाब देना होगा.