अमृतसर: पांच तख्त जत्थेदारों ने कथित तौर पर गुरबाणी के शब्दों में फेरबदल कर पेश करने को लेकर पंजाब के राजस्व मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया को धार्मिक सजा सुनाई है. मजीठिया ने भाजपा के अमृतसर से उम्मीदवार अरुण जेटली के लिए प्रचार करने के दौरान ऐसा किया था.
मजीठिया को सभी पांच तख्त में और अमृतसर के अकाल तख्त में तीन दिनों की धार्मिक सेवा करनी होगी. बैठक की अध्यक्षता गुरुवार को यहां अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने की. जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने अकाल तख्त में मजीठिया की मौजूदगी में यह फैसला सुनाया. गौरतलब है कि मजीठिया ने एक चुनाव रैली में कथित तौर पर गुरबाणी में कुछ शब्दों में फेरबदल करते हुए जेटली के नाम का उच्चारण किया था.
सिख धार्मिक गुरु ने मजीठिया को पांच तख्तों.. पटना साहिब स्थित हरमंदर साहिब, आनंदपुर साहिब स्थित तख्त श्री केसगढ साहिब, नांदेड में अबचल नगर स्थित तख्त सचखंड साहिब, पंजाब के तख्त दमदमा साहिब की सामुदायिक रसोई में धार्मिक सेवा करने का निर्देश दिया. इसके बाद उन्हें अमृतसर अकाल तख्त आना होगा.
इसके अलावा उन्हें कम से कम तीन दिनों तक श्रद्धालुओं के बर्तन एक..एक घंटे तक धोने होंगे. इसके दौरान उन्हें स्वर्ण मंदिर में गुरबाणी सुननी होगी.उन्हें गुरुद्वारा के कोष में 501 रुपया जमा करने को भी कहा गया है. मजीठिया ने धार्मिक सजा स्वीकार कर ली है.
इस बीच, कट्टरपंथी सिख संगठन दल खालसा के प्रवक्ता कंवर पाल सिंह ने कहा है कि कम से कम अकाल तख्त के जत्थेदार ने बादल परिवार के एक करीबी रिश्तेदार के खिलाफ कार्रवाई करने का साहस तो दिखाया.