भोपाल : शादी के तीन दिन पहले एक युवक ने कल यहां रेलगाडी के सामने आकर खुदकुशी कर ली, जबकि उसे बचाने के प्रयास में उसकी मां एवं भाई की भी जान चली गई. पुलिस के अनुसार यह हादसा उसकी मां और छोटे भाई की आंखों के सामने हुआ. वे उसे बचाने रेलवे ट्रैक पहुंचे थे, लेकिन उन दोनों की भी जान चली गई. रेलवे ट्रैक पर दोनों भाइयों के शव पास-पास पडे थे, जबकि मां का शव लगभग 25 मीटर दूर था. पुलिस ने तीनों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं. घटना छोला मंदिर के भानपुर क्षेत्र की है. अब तक आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है.
भोपाल उत्तर के पुलिस अधीक्षक अरविंद सक्सेना ने आज बताया कि भानपुर से सूखी सेवनिया की ओर जाने वाले रेलवे ट्रैक पर पातरा पुल के पास दो युवकों और एक महिला का शव मिलने की सूचना मिली थी. उन्होंने कहा कि मृतकों की पहचान दिवंगत विष्णु खटीक की पत्नी 50 वर्षीय मंजू किरार, उसका 29 वर्षीय बेटा दीपू उर्फ दीपक किरार और 26 वर्षीय बेटा मोनेश उर्फ मोनू उर्फ सोनू किरार के रुप में हुई है.
मंजू अपने बेटों के साथ भानपुर क्षेत्र के समता नगर में अनिता मालवीय के मकान में किराए से रहती थी. वह यहां पिछले सात महीने से रह रही थी. पति से विवाद के बाद वह गैस राहत कालोनी, करोंद में रहती थीं. इस बीच विष्णु की मौत हो गई थी. दीपू एमपी नगर में किसी कंपनी में काम करता था. मंजू की भानपुर में घडी की दुकान थी. पुलिस ने दीपू और मोनू के नाम के दो मतदाता पहचान पत्र रेलवे ट्रैक से बरामद किए जिससे उनकी शिनाख्त हुई.
मंजू की मकान मालकिन अनिता ने पुलिस को बताया कि सुबह आठ बजे मंजू ने उन्हें फोन पर कहा था कि दीपक की शादी के कार्ड बांट कर आते हैं. माता पूजन की तैयारी भी करनी है. उन्होंने बताया कि दो मई को दीपक की शादी होनी थी. बारात इंदौर जाने वाली थी. दीपू भी शादी के कार्ड बांट रहा था.
सक्सेना का कहना है कि दीपू के दोस्तों की तलाश की जा रही है. उनसे पूछताछ में खुलासा होने की संभावना है कि दीपू उर्फ दीपक ने खुदकुशी क्यों की. बताया जा रहा है कि दीपू की शादी टूट गई थी. पुलिस इंदौर में वधु पक्ष से भी संपर्क कर रही है.
उन्होंने कहा कि प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि दीपक ट्रेन की तरफ दौडा. उसके पीछे उसका छोटा भाई उसे पकडने के लिए दौड लगा रहा था. उनके पीछे मां दौड रही थी. दीपक को पकडने के दौरान दोनों भाई ट्रेन की चपेट में आ गए. मां, पिछले डिब्बे की चपेट में आकर कुछ दूर घिसटी. मां और बेटों के शव के बीच की दूरी लगभग 25 मीटर थी.