हैदराबाद : उच्चतम न्यायालय द्वारा गोवा में लौह अयस्क के खनन पर रोक आंशिक रुप से हटाने के बाद राज्य सरकार को उम्मीद है कि खनन का काम अक्तूबर से शुरु हो जाएगा और अगले 12 महीने में यह दो करोड टन सालाना के स्तर पर होगा.
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने कल हैदराबाद में संवाददाताओं को बताया, ‘‘हालांकि दो करोड टन की स्तर पर पहुंचना भी तत्काल आसान नहीं है. इसलिए लक्ष्य पर पहुंचने में एक साल लगेगा हालांकि हमारी अक्तूबर या नवंबर में खनन शुरु करने की योजना है.’’ उच्चतम न्यायालय ने इसी सप्ताह गोवा में सभी खनन गतिविधियों पर 18 महीने पुराने प्रतिबंध को सशर्त समाप्त कर दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि खनन का राज्य की अर्थव्यवस्था में 25 प्रतिशत हिस्सा है और प्रतिबंध का इस पर काफी नकारात्मक असर पडा.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘यह :प्रतिबंध आंशिक रुप से हटना: राज्य के लिए बहुत फायदेमंद होगा. लेकिन पहला लक्ष्य उन लोगों की सुध लेना है जो कि बेरोजगार हो गए हैं या जिनका कारोबार प्रतिबंध के कारण प्रभावित हुआ है.’’ उन्होंने कहा कि राज्य की खनन नीति कुछ ही महीनों में तैयार होगी और जहां तक खनन का सवाल है इसमें स्पष्ट नीतिगत खाका होगा. वहीं पणजी में संवाददाताओं से बातचीत में पार्रिकर ने कहा कि गोवा से लौह अयस्क का निर्यात सितंबर से शुरु हो जाएगा.