वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा को नरेन्द्र मोदी द्वारा माला पहनाए जाने के कुछ घंटे बाद खुद को समाजवादी पार्टी का कार्यकर्ता बताने वाले लोगों के एक समूह ने प्रतिमा को गंगा जल से धोया.
सपा के कॉरपोटेर रवि कांत विश्वकर्मा और काफी संख्या में सपा कार्यकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने प्रतिमा को इसलिए धोया कि इसे मोदी ने माला पहनाई थी जो 2002 में गुजरात में हुए दंगों के दौरान पक्षपात करने के आरोपी हैं.
विश्वकर्मा ने कहा, ‘‘यह पवित्र शहर मोदी जैसे अधिकनायकवादी नेता को स्वीकार नहीं करेगा, जो अपने करीबी सहयोगी अमित शाह के साथ पवित्र शहर के साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाडना चाहते हैं.’’गौरतलब है कि इससे पहले मोदी का बीएचयू में भव्य स्वागत किया गया जहां उन्होंने मालवीय की प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित की, जो इस प्रख्यात संस्थान के संस्थापक थे. मालवीय के पोते गिरिधर मालवीय मोदी के चार प्रस्तावकों में एक थे. वह इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश हैं.