श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी मान लिया है कि देश में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की लहर चल रही है. उमरनेन केवल इस बात को मान लिया है कि मोदी की लहर है, बल्कि इस लहर को नहीं मानने वालों को नासमझ बता डाला.
उमर ने एक अंग्रेजी न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि जो लोग यह समझते हैं कि देश में मोदी की लहर नहीं है वे लोग नासमझों की दुनिया में जी रहे हैं. उन्होंने कहा, मोदी के प्रभाव को स्पष्ट देखा जा सकता है और यह लहर जम्मू- कश्मीर के कुछ हिस्सों में दिखती है. कांग्रेस के सहयोगी पार्टी के एक नेता के द्वारा नरेंद्र मोदी के बारे में इस तरह के बयान से राहुल और सोनिया के लिए परेशानी बढ़ा सकता है.
दूसरी ओर उमर अब्दुल्ला ने सैय्यद अली शाह गिलानी से उन लोगों की पहचान बताने को कहा जिनके बारे में उन्होंने कहा था कि वे नरेन्द्र मोदी के दूत के रुप में उनसे मिलने आए थे.
उमर ने इस राज पर सवाल उठाते हुए उन दूतों का खुलासा करने को कहा ताकि यह पता चल सके कि कौन झूठ बोल रहा है. भाजपा के गिलानी के दावों से इंकार करने के बीच उमर ने कहा कि सचाई का पता लगाने का सबसे आसान तरीका यह है कि दूत की पहचान बतायी जाए.
उमर ने ट्वीटर पर लिखा, ‘‘ इसलिए एसएएस (सैय्यद अली शाह) गिलानी ने दावा किया है कि नमो (नरेन्द्र मोदी) ने दिल्ली में उनसे और अन्य अलगाववादी नेताओं से मिलने के लिए दूत भेजा था, गिलानी के मामले में दो बार.’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ इसलिए कौन झूठ बोल रहा है.सैय्यद अली शाह गिलानी या नमो का प्रचार ? इसका पता लगाने का आसान रास्ता यह है कि एसएएसजी उन दूतों की पहचान बताएं जो नमो की ओर से उनसे मिलने आए थे.’’ उमर ने जानना चाहा कि दूत कौन थे और संविधान के अनुच्छेद 370, अफस्पा आदि के बारे में भाजपा के रुख पर क्या पेशकश की गई थी ? यह रहस्य क्यों रखा गया है ?