वाराणसी : उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट पर होने वाले चुनाव के लिए आज नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत हो गई. नामांकन प्रक्रिया शुरु होने के पहले ही दिन कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय ने स्थानीय परंपरा के मुताबिक पहले भगवान काल भैरव के मंदिर में शराब का भोग चढाया और फिर अपना नामांकन-पत्र दाखिल किया.
करीब 16 लाख मतदाताओं की संख्या वाली वाराणसी सीट पर राय का मुकाबला भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से है. मोदी और केजरीवाल अगले हफ्ते अपना नामांकन-पत्र दाखिल करेंगे. कांग्रेस के परंपरागत जनाधार के अलावा, राय की नजर अपने भूमिहार समुदाय के वोटों पर भी है. वाराणसी में भूमिहार समुदाय के लोग अच्छी-खासी तादाद में हैं और बनारस का राज परिवार भी भूमिहार समुदाय से ही है.
इस सीट पर काफी कडे मुकाबले में राय अपनी ‘स्थानीय’ छवि पर निर्भर हैं. उनका कहना है कि मोदी और केजरीवाल ‘बाहरी’ हैं और वे साइबेरियाई पक्षियों की तरह हैं जो चुनाव के बाद चले जाएंगे. राय ने मोदी पर मतदाताओं को धार्मिक आधार पर बांटने का आरोप लगाया और केजरीवाल को ऐसा ‘‘भगोडा’’ करार दिया जिसने सरकार से इस्तीफा देकर दिल्ली की जनता को छोड दिया.
कांग्रेस उम्मीदवार ने गांधी परिवार के सदस्यों-सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी को वाराणसी आकर उनके लिए प्रचार करने का न्योता दिया था पर आज नामांकन दाखिल करते वक्त उनके साथ केंद्रीय वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा एवं पार्टी के गाजियाबाद से उम्मीदवार राज बब्बर मौजूद थे. नामांकन दाखिल करने से पहले किए गए रोड शो में उन्होंने कई जगह लोगों को संबोधित किया.
राय ने स्थानीय काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना की और भगवान को शराब का भोग चढाया. काल भैरव को ‘काशी का कोतवाल’ माना जाता है और उनकी पूजा में शराब का भोग चढाने की सदियों पुरानी परंपरा है.