मुंबई: आम आदमी पार्टी (आप) ने आज आरोप लगाया कि मुंबई में स्थानीय प्राधिकारी वर्ग उसके उम्मीदवारों को रैलियां, रोड शो या अन्य आयोजन करने की इजाजत देने से बार बार इनकार कर रहा है.पार्टी ने एक बयान में कहा, ‘‘ अन्य दलों को आसानी से स्वीकृति दे दी जाती है लेकिन अधिकारी वर्ग द्वारा आप को लगातार परेशान किया जाता रहा है और स्वीकृति लेने वाले स्वयंसेवकों को एक जगह से दूसरी जगह भेजा जा रहा है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘राजनीतिक रसूख और संपर्कों का इस्तेमाल करने वाले दलों के विपरीत आप का संचालन स्वयंसेवक करते हैं जो यह सुनिश्चित करते हैं कि हर नियम का पालन किया जाए लेकिन हमें स्वीकृति लेने के दौरान होने वाली असुविधा बढने से निपटना मुश्किल लग रहा है.’’ आप ने कहा, ‘‘ आप को यह लगता है कि राजनीतिक बल अपना रसूख दिखाने और आप को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव प्रचार मुहिम के अधिकार से वंचित रखने की कोशिश कर रहे हैं.’’ दक्षिण मध्य मुंबई के उम्मीदवार सुंदर बालाकृष्णन को उनके निर्वाचन क्षेत्र में रैली करने की इजाजत नहीं दी गई जिसके कारण उन्हें कल धरने पर बैठना पडा. उन्हें बाद में रैली करने की इजाजत दी गई.बयान में कहा गया है कि इसी तरह सुबह 10 बजे रैलियां आयोजित करने के लिए कई दिन पहले आवेदन दिया गया था लेकिन रैली के दिन दोपहर 12 बजे मंजूरी दी गई.
पार्टी ने कहा, ‘‘ हमें लगता है कि अन्य दलों के लिए आप के मार्ग में परिवर्तन किया जाता है लेकिन कभी-कभी एक पार्टी पूरा इलाका आरक्षित कर लेती है और आप को इन इलाकों में प्रचार करने की इजाजत नहीं दी जाती. अधिकारी सख्ती से हर वह जानकारी लेते हैं जो उन्हें लेनी चाहिए लेकिन अन्य दलों से कार और मोटरसाइकिलों का विवरण नहीं मांगा जाता.’’ बयान में कहा गया है, ‘‘ आप को निर्वाचन आयोग के स्वतंत्र एवं सख्ती से काम करने पर गर्व है लेकिन लोग शायद राजनीतिक दबाव के कारण समझौता कर लेते हैं. आप इन मुश्किलों के बावजूद लडाई जारी रखेगी और लोकतंत्र को सुदृढ बनाने के लिए निर्वाचन आयोग के साथ मिलकर काम करती रहेगी.’’’