श्रीनगर : कश्मीर घाटी में लगातार हो रही चोटी काटने की कथित घटनाओं को लेकर श्रीनगर सहित कश्मीर के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए. पिछले 24 घंटे में इस तरह की कम से कम आधा दर्जन घटनाएं हुई हैं. अधिकारियों ने बताया कि नाराज लोगों ने बेगपोरा इलाके में हुई चोटी काटने की एक घटना को लेकर सुबह रामगढ़-नटीपोर सड़क अवरुद्ध कर दिया. उन्होंने कहा कि चरार-ए-शरीफ की तरफ जानेवाले रास्ते पर कुछ घंटे यातायात रुका रहा. उधर, कुपवाड़ा में चोटी काटने के अफवाह में एक सैनिक की भीड़ ने जमकर पिटाई कर दी.
पड़ोस के पुराना बरजुला इलाके में भी विरोध प्रदर्शन हुए जहां सोमवार की रात को चोटी काटनेवालों ने कथित रूप से एक लड़की पर हमला किया. स्थानीय लोग मामला दर्ज कराने के लिए पुलिस के पास गये, लेकिन पुलिसकर्मियों की प्रतिक्रिया से संतुष्ट नहीं हुए. उधर, कुपवाड़ा में मंगलवार को सेना द्वारा एक सैनिक को बचाये जाने के बाद घाटी में माहौल तनावपूर्ण हो गया. लोगों ने इस सैनिक पर चोटी काटने का आरोप लगाया. लोग इस घटना से आक्रोश में थे और सैनिक की जमकर पिटाई कर दी. भीड़ से सैनिक को सेना के जवानों ने बचाया. सैनिक के बचाये जाने के बाद इलाके में भीड़ इकट्ठा हो गयी. घटना में सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे श्रीनगर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
घाटी में अलगाववादियों का आरोप है कि सुरक्षा एजेंसियों के लोग जान बूझकर चोटी काटने का काम कर रहे हैं, ताकि मूल मुद्दे से लोगों का ध्यान भटाकाया जा सके. हालांकि, कश्मीर पुलिस ने कहा कि लोग बदला लेने या हिसाब बराबर करने के लिए ऐसा कर रहे हैं, सुरक्षा एजेंसियों का इससे कुछ भी लेना-देना नहीं है. अधिकारियों ने कहा कि लोग घटना को लेकर विरोध-प्रदर्शन करने के लिए मुख्य सड़क पर उतर गये जिससे ट्रैफिक जाम लग गया. उन्होंने बताया कि पुलिस को प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.
फतेहकदल के नरपरिस्तान इलाके में चोटी काटनेवाले लोगों ने कथित रूप से एक लड़की सहित दो महिलाओं को निशाना बनाया. घटना से नाराज लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. दक्षिण कश्मीर के शोपियां से भी विरोध प्रदर्शन की खबरें आयी हैं जहां प्रदर्शनकारियों ने इलाके से गुजर रहे सुरक्षा बलों के वाहनों पर पथराव किये. इससे पहले नौगाम में पुलिस ने सोमवार को चार कूड़ा बीननेवालों को छुड़ाया, जिन पर वहां के स्थानीय लोगों ने चोटी काटने का आरोप लगाते हुए हमला किया था. वहीं, पांच अक्तूबर की रात को भीड़ ने चोटीकटवा समझ कर एक बुजुर्ग की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी.
पुलिस ने चोटीकाटने वालों के खिलाफ एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है. इस घटना में शामिल लोगों के बारे में सूचना देनेवालों को छह लाख रुपये बतौर इनाम देने की भी घोषणा की गयी है. पुलिस के मुताबिक, तकरीबन 103 ऐसी घटनाएं हुई है जिसमें 63 ऐसे लोगों से संबंधित थे जो मानसिक बीमारी का उपचार करा रहे थे.