चेन्नई : तमिलनाडु में 24 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए प्रचार की सरगर्मी सोनिया गांधी एवं नरेन्द्र मोदी जैसे राष्ट्रीय नेताओं के राज्य के विभिन्न हिस्सों में कई रैलियों को संबोधित करने के कारण तेज होने की पूरी संभावना है.
नेताओं द्वारा इन रैलियों के दौरान अपने भाषणों में आरोप प्रत्यारोप लगाने, विरोधियों को उपाधियां देने तथा कटाक्ष करने के कारण राज्य का चुनावी बुखार तेज होने की संभावना है. पिछले साल के विपरीत इस बार द्रमुक के साथ चुनाव पूर्व करार नहीं होने के कारण सोनिया के समक्ष राज्य में अपनी पार्टी को अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित करने की जिम्मेदारी है. कांग्रेस अध्यक्ष 16 अप्रैल को नागरकोइल में एक चुनावी रैली को संबोधित करेंगी.
मोदी भाजपा उम्मीदवारों और सहयोगियों के पक्ष में कई जगह पर रैलियों को संबोधित करेंगे. मोदी कल से यहां अपना प्रचार अभियान शुरु करेंगे. भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी चुनाव प्रचार करने के लिए यहां आयेंगे. वाम दलों के प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव करने के लिए माकपा नेता प्रकाश करात, सीताराम येचुरी और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार भी आयेंगे.
राज्य में दो पारंपरिक दल द्रमुक एवं अन्नाद्रमुक के प्रत्याशियों के प्रचार के लिए क्रमश: एम करुणानिधि एवं उनके पुत्र एम के स्टालियन तथा मुख्यमंत्री जयललिता पूरे राज्य का दौरा कर रही हैं.