अहमदाबाद : भाजपा ने आज कहा कि वह पार्टी नेता अमित शाह के बारे में चुनाव आयोग के आदेश से ‘‘बेहद निराश’’ है तथा पार्टी ने उनकी ‘‘बदला’’ संबंधी टिप्पणी का बचाव किया. इस टिप्पणी के कारण राजनीतिक तूफान खडा हो गया और अन्य दलों के नेताओं ने इसकी कडी भर्त्सना की.
चुनाव आयोग ने नरेन्द्र मोदी के करीबी सहयोगी और घृणा फैलाने वाले भाषण देने के आरोपी शाह पर उत्तर प्रदेश में जनसभा करने, जुलूस और रोडशो निकालने पर कल रोक लगा दी. आयोग ने अधिकारियों से उनके खिलाफ राजनीतिक आपराधिक कार्यवाही शुरु करने को कहा है. चुनाव आयोग ने सपा नेता एवं उत्तर प्रदेश के मंत्री आजम खान के बारे में भी यही आदेश दिया था.
पाटी के मुख्य मीडिया संयोजक रविशंकर प्रसाद ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘भाजपा अमित शाह के बारे में चुनाव आयोग के 11 अप्रैल के आदेश से बुरी तरह निराश हुई है हालांकि भाजपा आयोग के महत्व और अधिकार का पूरा सम्मान करती है.’’ उन्होंने कहा कि भाजपा शाह मुद्दे पर सभी कानूनी विकल्पों पर विचार करेगी.
चुनाव ने उप्र के मुख्य सचिव को यह भी निर्देश दिया कि शाह एवं खान द्वारा कोई भी ऐसा काम नहीं किया जाना चाहिए जिससे सार्वजनिक शांति तथा कानून एवं व्यवस्था प्रभावित होती हो.
भाजपा के महासचिव एवं उत्तर प्रदेश के प्रभारी अमित शाह ने चुनाव आयोग के निर्णय पर इस आधार पर सवाल उठाया है कि कारण बताओ नोटिस का उनके द्वारा जवाब दाखिल किये जाने से पहले ही यह फैसला कर लिया गया है. भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वास्तव में चुनाव आयोग खान के विवादास्पद भाषणों और उत्तर प्रदेश सरकार की उनके खिलाफ कार्रवाई करने में अक्षमता से नाराज है, लेकिन शाह को सपा नेताओं की करनी भुगतनी पड रही है.
उन्होंने शाह की ‘‘बदला’’ संबंधी टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा, ‘‘अमित शाह ने हिंसा, तनाव की बात नहीं की है. यदि आप सपा और कांग्रेस से परेशान है और महसूस कर रहे हैं कि उन्होंने आपका शोषण और अनादर किया है तो आप उनके खिलाफ वोट करिये.’’ प्रसाद ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी पूर्व में इसी प्रकार की टिप्पणियां की हैं. ‘‘लोकतंत्र में लोग वोट डालकर अपनी पीडाओं से निजात पा सकते हैं. ओहियो में राष्ट्रपति ओबामा ने एक भाषण में कहा था कि वोट डालकर अपना बदला निकालिये.’’
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘चुनाव आयोग का आदेश यह नहीं कहता कि अमित शाह ने हिंसा की बात कही थी. इसमें कहा गया है कि आजम खान संप्रग सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने की वजह से भडकाउ भाषण दे रहे हैं.’’ प्रसाद ने कहा, ‘‘चुनाव आयोग के नोटिस और आयोग द्वारा उनके आचरण पर खिन्नता जताये जाने के बावजूद आजम खान ने भडकाने वाले एवं अपमानजनक भाषण देना जारी रखा है.’’