नयी दिल्ली/लंदन : मुंबई हमलेका मास्टरमाइंड और इंटरनेशनल डॉन दाऊद इब्राहिम की ब्रिटेन में चार हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली गयी है. यह खबर ब्रिटिश मीडिया के हवाले से आयी है. इस कार्रवाई को भारतकी बड़ी कूटनीतिक सफलताकेरूप में देखा जा रहा है. भारत दाऊर इब्राहिम कास्कर के खिलाफ कार्रवाई के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच दबाव बनाये हुए है. ब्रिटेन के प्रमुख अखबार बर्मिंघम मेल ने इस संबंध में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की है. अखबार ने लिखा है कि 61 वर्षीय भारतीय नागरिक दाऊदइब्राहिम21 अलग-अलग नामों से रहता है.उसकेपास 6.7 बिलियनडॉलर यानी 42, 883करोड़ मूल्य की संपत्तिहै.दाऊदके खिलाफ कार्रवाई मिडलैंडमें की गयीहै,जो ब्रिटेन के मध्यमेंस्थितहै और उसे ब्रिटेनकाग्रोथ इंजनमाना जाता है. ब्रिटिश अखबार ने लिखा है कि उसके पास पूरे मिडलैंड में काफी संपत्तियां हैं, जिसमें होटल व रेसिडेंसियल प्रॉपर्टी शामिल है. ब्रिटिश मीडिया के अनुसार, दाऊद के खिलाफ इडी सहित अन्य भारतीय एजेंसियों ने साक्ष्य ब्रिटिश प्राधिकारियों को सौंपे थे, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गयी है.
आतंकवादियों के पनाहगारों को नहीं बख्शने के ब्रिक्स देशों के संकल्प के बाद पाकिस्तान काफी चिंतित है. दाऊद अभी वहीं रह रहा है. दूसरी ओर अमेरिका ने भी दावा किया है कि किसी भी सूरत में आतंकवादियों को पनाह देने वालों को नहीं छोड़ा जायेगा. इस बीच दाऊद की संपत्ति जब्त होना भारत के लिए बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है. ब्रिटेन में दाऊद की करीब 42,000 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गयी है.
जानकारी के अनुसार दाऊद इब्राहिम के पास वॉरविक्शर में एक होटल और कई घर थे जिनकी कीमत हजारों करोड़ है, इन्हें जब्त कर लिया गया है. पिछले माह ही ब्रिटिश सरकार ने दाऊद को आर्थिक पाबंदियों वाली सूची में भी शामिल किया था. इस संबंध में भारत पहले ही ब्रिटेन को डॉजियर सौंप चुका है. एक रिपोर्ट के अनुसार लंदन के हर्बर्ट रोड पर दाऊद ने 35 करोड़ की संपत्ति खरीदी थी. जबकि स्पिटल स्ट्रीट पर दाऊद का 45 कमरों वाला आलीशान होटल है. रोहैम्पटन में दाऊद इब्राहिम की कॉमर्शियल बिल्डिंग है. लंदन के ही जॉन्सवुड रोड पर दाऊद का एक बड़ा मकान है. इसके अलावा शेफडर्स बुश, रोमफोर्ड क्रोयदो में भी दाऊद के होटल और संपत्तियां हैं.
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फोर्ब्स मैगजीन के मुताबिक दुनिया के मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर्स दाऊद इब्राहिम की कुल संपत्ति 6.7 अरब डॉलर की है. उसे दुनिया का दूसरा सबसे अमीर गैंगस्टर माना जाता है. खबरों के मुताबिक 1993 के मुंबई बम धमाकों के मास्टरमाइंड दाऊद की ब्रिटेन में 42 हजार करोड़ की संपत्ति है. भारत ने दाऊद को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए उसकी संपत्तियों को जब्त करने के लिए ब्रिटेन को पूर्व में ही डोजियर सौंपा था.
आपको बता दें कि इससे पूर्व यूएई में दाऊद इब्राहिम की 15 हजार करोड़ की संपत्ति जब्त की गयी थी. यूएई की सरकार का ये कदम मोदी सरकार के दौरे के बाद आया था. पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने उस दौरे में दाऊद पर कार्रवाई के बड़े संकेत दिये थे. दाऊद के पाकिस्तान में छुपे होने की खबरों के बीच भारत हमेशा से प्रयासरत रहा है कि दुनियाभर चल रहे दाऊद के कारोबार को निशाना बनाया जाए. ऐसा होने से दाऊद आर्थिक रूप से बर्बाद हो जायेगा, और उसकी गतिविधियों पर विराम लग जायेगा.
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मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार दाऊद के तीन से अधिक ठिकानें पाकिस्तान में है. वह साउदी अरब और पाकिस्तान में 21 अलग-अलग नामों से रहता है और अपना कारोबार करता है. ब्रिटेन आदि जगहों में अपना कारोबार वह पाकिस्तान से ही संचालित करता है. ब्रिटेन में दाऊद के अलग-अलग नामों से कई होटल और संपत्तियां हैं.
हाफिज सईद की नजरबंदी नहीं होगी खत्म
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद की नजरबंदी समाप्त करने के उसके अनुरोध को खारिज कर दिया है. पंजाब के गृह विभाग ने लाहौर उच्च न्यायालय को यह सूचना दी. इसके साथ ही गृह विभाग ने कहा कि कानून व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर सईद के अनुरोध को खारिज कर दिया गया. गृह विभाग ने अपने फैसले के बारे में अदालत को दो पृष्ठों का जवाब सौंपा.
विभाग ने उसके संगठनों जेयूडी और फलाह-ए-इंसानियत की विभिन्न अवैध गतिविधियों का जिक्र करते हुए कहा कि हाफिज सईद के कृत्यों से कानून प्रवर्तक और खुफिया एजेंसियों की आशंकाओं की पुष्टि होती है कि अगर उसे रिहा किया जाता है तो उसकी गतिविधियों से कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है. व्यापक जन हित को देखते हुए सईद को नजरबंदी में रखने की सिफारिश की गयी है. न्यायमूर्ति मजाहिर अली नकवी ने मामले की सुनवाई 15 सितंबर तक स्थगित कर दी. उल्लेखनीय है कि मुंबई आतंकी हमले के सूत्रधार सईद और उसके चार सहयोगियों ने अपनी नजरबंदी की अवधि और बढ़ाये जाने के फैसले को चुनौती दी थी.