नयी दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने मंगलवार को परोक्ष रूप से सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग करने वाले को चेतावनी देते हुए कहा कि उनका संगठन ट्रोलिंग और नेट पर आक्रामक तरह से अख्तियार किये जाने वाले रवैये का समर्थन नहीं करता. उन्होंने कहा कि ट्रोलिंग गरिमा के अनुकूल नहीं होते हैं. संघ प्रमुख ने 50 से भी ज्यादा देशों के राजनयिकों से मुलाकात की और उनके साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा की.
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इस समारोह में मौजूद प्रसार भारती के अध्यक्ष एसूर्य प्रकाश के ट्वीट के अनुसार, भागवत ने कहा कि ट्रोलिंग गरिमा के अनुकूल नहीं होते. हम ऐसे आक्रामक व्यवहार का समर्थन नहीं करते. हम ट्रोलिंग और नेट पर आक्रामक आचरण का समर्थन नहीं करते. आरएसएस प्रमुख मोहन भावगत ने समारोह के दौरान सवालों के जवाब भी दिये.
एक अन्य ट्वीट में प्रकाश ने सरसंघचालक को उद्धृत किया. इसमें कहा गया है कि संघ परिवार भेदभाव में विश्वास नहीं करता. बिना भेदभाव के देश की एकजुटता, दुनिया की एकजुटता हमारा लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि आरएसएस स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास समेत विभिन्न क्षेत्रों में 1.70 सेवा परियोजनाएं चला रहा है.
भाजपा के साथ अपने संबंधों के बारे में एक सवाल के जवाब में पार्टी के महासचिव राम माधव ने आरएसएस प्रमुख के बयान का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि न तो संघ भाजपा को चलाता है और न ही भाजपा संघ को. दोनों एक-दूसरे से सलाह मशविरा करते हैं. इस समारोह का आयोजन इंडिया फाउंडेशन ने किया था, जिसके निदेशक राम माधव और प्रकाश हैं.