नयी दिल्ली : भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने उन 47 सीटों पर मोटे तौर पर अपने उम्मीदवार बदल दिये हैं जिनपर 2009 के लोकसभा चुनाव में उनको कांटे की टक्कर का सामना करना पडा था. ऐसी सीटों पर उम्मीदवारों को बदलने से चुनावी मुकाबले के परिणाम पर प्रभाव पड़ सकता है जिसमें भाजपा कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को सत्ता के लिए चुनौती दे रही है.
पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों के उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर वाली 34 सीटों में विजयी अंतर मात्र तीन प्रतिशत था. वहां, कम से कम एक पार्टी ने अपना उम्मीदवार बदल दिया. इसके साथ ही कुछ सीटों पर दोनों ही पार्टियों ने अपने उम्मीदवार बदल दिये हैं. बाकी 13 सीटों पर पिछले उम्मीदवारों को ही मैदान में उतारा गया है जिन पर कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे का मुकाबला हुआ था. अभी तक घोषित उम्मीदवारों के अनुसार ऐसी सीटों में रांची, गुलबर्गा, इंदौर, गुरदासपुर और सुंदरगढ़ शामिल हैं.
2009 के चुनाव में इन 47 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार 28 सीटों पर विजयी रहे थे जबकि 19 भाजपा के खाते में गई थी. रांची से वर्तमान सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कांग्रेस के सुबोध कुमार सहाय का सामना भाजपा के रामटहल चौधरी से होगा. इसी तरह से गुलबर्गा में वर्तमान सांसद एवं रेल राज्य मंत्री मल्लिकार्जुन खडगे का सामना भाजपा के रेवू नाइक बेलमगी से होगा.