वाराणसी : आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल द्वारा नरेंद्र मोदी को दी गई चुनौती के पीछे उनकी पार्टी की बडी योजना उत्तरप्रदेश और बाकी देश के मुस्लिम मतदाताओं को अपनी ओर खींचने की है. आप की असली मंशा उन भाजपा-विरोधी वोटों को हासिल करने की है जो अन्य ‘धर्मनिरपेक्ष’ पार्टियों को जा सकते थे.
आप के एक सूत्र ने कहा, ‘‘जब अरविंद प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार मोदी के खिलाफ खडे होते हैं तो इससे राजनैतिक दलों के बीच चुनावी लडाई का ध्रुवीकरण बहुत ज्यादा होगा. इस चुनावी लडाई का फायदा आप को मिलने की संभावना है क्योंकि अरविंद मोदी से सीधी टक्कर लेते एकमात्र नेता दिखाई पडेंगे.’’
‘‘हालांकि भाजपा अपनी सीटें हासिल कर लेगी लेकिन असली हार समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस की होगी क्योंकि सभी अल्पसंख्यकों को आप उनके लिए आवाज उठाती दिखाई देगी.’’ सूत्र ने कहा, ‘‘असल प्रभाव इन दलों पर पडेगा क्योंकि आप का भरोसा अल्पसंख्यक वोटों पर है, खासतौर पर तब, जबकि मुजफ्फरनगर दंगे यहां के लोगों के दिमाग में ताजा हैं.’’