।। राजेंद्र तिवारी।।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. इस आम चुनाव में 82 करोड़ लोग अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे. यदि आबादी के हिसाब से देखें तो दुनिया का हर छठा व्यक्ति भारतीय है और लोकतांत्रिक व्यवस्था में रहने वाला दुनिया का हर दूसरा व्यक्ति भारतीय है. लेकिन हमारी मौजूदा लोकसभा इस समय नाते-रिश्तेदारों से सबसे ज्यादा सुशोभित है.
हर 10 में से तीन सांसद एक ही परिवार से आते हैं. नेहरू-गांधी परिवार इस सूची में सबसे ऊपर है. इस परिवार में चार ही लोग हैं-सोनिया गांधी व राहुल गांधी और मेनका गांधी व वरु ण गांधी. पहले दो कांग्रेस से लोकसभा सदस्य हैं और बाद वाले दो भाजपा से लोकसभा सदस्य हैं. तमिलनाडु का करुणानिधि परिवार, उत्तर प्रदेश का यादव व चौधरी परिवार, उत्तराखंड का बहुगुणा परिवार, मध्यप्रदेश का सिंधिया परिवार, बिहार का लालू और पासवान परिवार, जम्मू-कश्मीर का अब्दुल्ला व मुफ्ती परिवार, महाराष्ट्र का पवार व ठाकरे परिवार, पंजाब का बादल व पटियाला महाराजा परिवार, बंगाल का दासमुंशी परिवार, कर्नाटक का देवेगौड़ा परिवार, आंध्र का एनटी रामाराव परिवार, उड़ीसा का पटनायक व सत्पथी परिवार. यह सूची बहुत लंबी है और फिर भी पूरी नहीं कही जा सकती.
मौजूदा लोकसभा में 28.6 फीसदी सदस्य वंशानुगत हैं, 6.4 फीसदी इंडस्ट्री या बिजनेस से सीधे आये हैं और 9.6 फीसदी सदस्य अन्य तरह के कनेक्शनों से लोकसभा में हैं. आधे से भी यानी 46.8 फीसदी सदस्य ही मात्र ऐसे हैं जो वंशानुगत नहीं है, जो इंडस्ट्री या बिजनेस या किसी अन्य कनेक्शन के चलते टिकट से उपकृत किये हुए नहीं हैं. मौजूदा लोकसभा में 30 वर्ष से कम उम्र के सभी सदस्य वंशानुगत हैं. 31 से 40 वर्ष के बीच की उम्र वालों में 65 फीसदी सदस्य वंशानुगत हैं. 27 सदस्य तो हाइपर वंशानुगत हैं और इनमें से 19 कांग्रेसी हैं. यदि महिला सदस्यों पर नजर डालें तो करीब 70 फीसदी महिला सदस्य राजनीतिक पारिवारिक पृष्ठभूमि वाली हैं. फ्रेंच कहते हैं कि यदि संसद में 33 फीसदी आरक्षण का कानून पास हो गया तो यह प्रतिशत और बढ़ जायेगा.
मौजूदा लोकसभा में 30 वर्ष से कम के सभी सदस्य और 31 से 40 वर्ष के बीच हर तीन में से दो सदस्य वंशानुगत है. यदि औसत निकाला जाये तो वंशानुगत सदस्यों की औसत उम्र 48 वर्ष है जबकि गैरवंशानुगत सदस्यों की औसत उम्र 58 वर्ष. यानी यदि आप राजनीति में आना चाहते हैं तो वंशानुगत नेताओं के मुकाबले आप कम से कम 10 साल पीछे रहेंगे.
फ्रेंच ने लोकसभा सदस्यों को पार्टी के हिसाब से बांटकर देखा. वंशानुगत सदस्यों के मामले में कांग्रेस सबसे आगे रही. 40 वर्ष से कम उम्र वाले कांग्रेस के हर 10 सदस्यों में से नौ वंशानुगत हैं. कुल मिलाकर कांग्रेस में 37.5 फीसदी सदस्य वंशानुगत ही हैं और लगभग इतनी ही संख्या (40.4 फीसदी) ऐसे सदस्यों की है जिनका कोई वंशानुगत या अन्य कोई कनेक्शन नहीं है. कांग्रेस के वंशानुगत सदस्यों के एक चौथाई हाइपर वंशानुगत हैं. यदि हम दूसरे सबसे बड़े दल भाजपा से इसकी तुलना करें तो पायेंगे कि भाजपा के मुकाबले कांग्रेस में हाइपर वंशानुगत सदस्यों की संख्या साढ़े तीन गुना है.
अब जरा क्षेत्रीय दलों पर नजर डालें – चौधरी अजित सिंह की राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के सभी पांच लोकसभा सदस्य वंशानुगत हैं. शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 9 सदस्यों में से 7 वंशानुगत हैं. फारु ख अब्दुल्ला की नेशनल कांफ्रेंस के 3 सदस्यों में से 2 वंशानुगत हैं. शिरोमणि अकाली दल के 4 सदस्यों में से 2 और बीजू जनता दल के 14 सदस्यों में से 6 वंशानुगत हैं.
अगर राज्यों पर नजर डालें (सूची देखें) तो पंजाब में 77 फीसदी लोकसभा सदस्य वंशानुगत हैं. इसके बाद दिल्ली में 71.4 फीसदी, हरियाणा में 70 फीसदी, उत्तर प्रदेश में 38.8 फीसदी, आंध्र प्रदेश व उड़ीसा में 38.1 फीसदी सदस्य वंशानुगत हैं. पंजाब के 13 सांसदों में से 10, दिल्ली के 7 सांसदों में से 5, हरियाणा के 10 सांसदों में 7 और उत्तर प्रदेश के 80 सांसदों में से 31 वंशानुगत हैं. बिहार में सिर्फ 9 लोकसभा सांसद वंशानुगत हैं जो कुल लोकसभा सांसदों का 22.5 फीसदी है. झारखंड में कोई भी सांसद वंशानुगत नहीं है.
आइये अब इन सदस्यों की संपत्ति की बात करें और देखें कि क्या वंशानुगत सदस्यों और गैर वंशानुगत सदस्यों की संपत्ति के बीच उनकी पृष्ठभूमि के साथ कोई अंतर्संबंध है? इस सवाल का जवाब हमें मिलता है एक अध्ययन से जो पैट्रिक फ्रेंच के डाटाबेस और दिल्ली आधारित एसोशिएसन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म्स की रिपोर्ट को साथ रखकर किया गया. सिलकन इंडिया न्यूज की वेबसाइट पर इस अध्ययन को रिपोर्ट किया गया है. इसके मुताबिक वंशानुगत लोकसभा सदस्य गैर वंशानुगत सदस्य के मुकाबले औसतन 4.5 गुना अमीर हैं. यदि वंशानुगत सदस्यों में उन सदस्यों की संपत्ति देखी जाये जिनके एक से ज्यादा पारिवारिक कनेक्शन हैं यानी हाइपर वंशानुगत सदस्य, तो पता चलता है कि हाइपर वंशानुगत सदस्य बाकी वंशानुगत सदस्यों के मुकाबले लगभग दोगुना संपत्ति वाले हैं. हाइपर वंशानुगत सदस्यों में नवीन जिंदल, वरु ण गांधी, राहुल गांधी, संदीप दीक्षित जैसे सदस्य आते हैं. यदि लोकसभा के सबसे धनी 20 सांसदों की सूची बनायी जाये तो उसमें 15 सदस्य वंशानुगत होंगे.
वंशानुगत बनाम आम राजनीतिक
वंशानुगत राजनीतिकों को लोकतांत्रिक राजनीति में सफल होने के लिये मूर्त और अमूर्त, दोनों तरह के संसाधन आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं. आर्थिक संसाधनों के साथ-साथ वंशानुगत राजनीतिक नेटवर्क का फायदा भी उन्हें मिलता. राजनीतिक परिवार से होने के नाते क्षेत्र व समाज में पारिवारिक दबदबा, खानदानी और जातिगत समर्थन विरासत में मिलता है. इसके चलते राजनीति और सत्ता तक उनकी पहुंच आसानी से हो जाती है. यह विरासत ही उन्हें करिश्माई नेता बना देती है जो दलगत संरचनात्मक राजनीतिक प्रक्रिया से ऊपर उठ जाता है. दलगत अनुशासन, वरिष्ठता और नियम-कायदे उन पर लागू नहीं होते. लेकिन आम राजनीतिक कार्यकर्ता पर सबकुछ लागू होता है और यदि वह सब अर्हताएं पूरी भी कर दे तो क्या पता कब कोई खानदानी नेता उसका सारा किया-धरा गुड़गोबर कर दे. राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं की यही तो व्यथा है कि सालों झोला ढोने और पोस्टर लगाने के बाद भी उसे मौका मिलने की संभावना बहुत कम ही रहती है.
लोकसभा सदस्यों की पृष्ठभूमि का ब्योरा देखने के लिए क्लिक करें
राष्ट्रीय
नेहरू-गांधी खानदान
कांग्रेस
* जवाहरलाल नेहरू (प्रधानमंत्री)
* विजयालक्ष्मी पंडित (नेहरू की बहन, सांसद, राजनयिक)
* कृष्णा हठीसिंह (नेहरू की बहन, कांग्रेस और स्वराज पार्टी में सक्रिय)
* इंदिरा गांधी (प्रधानमंत्री)
* उमा नेहरू (इंदिरा की चचेरी बहन, सांसद)
* अरुण नेहरू (उमा के पुत्र, मंत्री)
* संजय गांधी (सांसद, पार्टी महासचिव)
* राजीव गांधी (प्रधानमंत्री)
* सोनिया गांधी (सांसद)
* राहुल गांधी (सांसद)
नेहरू-गांधी खानदान
भाजपा
* मेनका गांधी (संजय गांधी की पत्नी, सांसद)
* वरुण गांधी (संजय के पुत्र, सांसद)
जम्मू-कश्मीर
अब्दुल्ला खानदान
नेशनल कॉन्फ्रेंस
* शेख मुहम्मद अब्दुल्ला
* बेगम अकबर अब्दुल्ला (शेख की पत्नी, सांसद)
* फारूख अब्दुल्ला (शेख के पुत्र, मुख्यमंत्री)
* उमर अब्दुल्ला (फारूख के पुत्र, मुख्यमंत्री)
* बेगम खालिदा शाह (शेख की पुत्री)
* गुलाम मोहम्मद शाह (शेख के दामाद)
मुफ्ती का खानदान
* मुफ्ती मोहम्मद सईद
* मेहबूबा मुफ्ती (मुफ्ती की बेटी)
पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट
दिल्ली
दीक्षित खानदान
* उमा शंकर दीक्षित (सांसद, मंत्री)
* शीला दीक्षित (बहू, मुख्यमंत्री, सांसद, मंत्री, राज्यपाल)
* संदीप दीक्षित (शीला के पुत्र, सांसद )
पंजाब
बेअंत सिंह का खानदान
कांग्रेस
* बेअंत सिंह (मुख्यमंत्री)
* गुरुकंवल कौर (पत्नी, एमएलए)
* रणजीत सिंह (पुत्र, एमपी)
* तेज प्रकाश सिंह (विधायक, मंत्री)
* गुरुकीरत सिंह (विधायक)
पटियाला खानदान
* यादवेंद्र सिंह (पिटयाला के राजा)
* मोहिंदर कौर (सांसद)
* अमरिंदर सिंह (मुख्यमंत्री)
* परनीत कौर (अमरिंदर की पत्नी , विधायक, मंत्री, सांसद)
* रणिंदर सिंह (अमरिंदर का बेटा , विधायक, सांसद)
* मालविंदर सिंह (अमरिंदर के भाई, विधायक )
बादल खानदान
* प्रकाश सिंह बादल (मुख्यमंत्री, सांसद, मंत्री )
* सुखबीर सिंह बादल ( प्रकाश के पुत्र , उप मुख्यमंत्री , पार्टी अध्यक्ष )
* हसीमरत कौर बादल ( सुखबीर की पत्नी , सांसद )
बराड खानदान
* जसविंदर सिंह बराड़ (विधायक, मंत्री)
* मंतर सिंह बराड़ ( बेटा, विधायक )
* परमजीत कौर ढिल्लों (बेटी , नगर पालिका )
मध्यप्रदेश
सिंधिया खानदान
कांग्रेस
* राजमाता विजया राजे सिंधिया (सांसद – भाजपा)
* माधवराव सिंधिया (बेटा, कांग्रेस सांसद, मंत्री)
* ज्योतिरादित्य सिंधिया (माधवराव के पुत्र, कांग्रेस)
* यशोधरा राजे सिंधिया (विजयाराजे की बेटी, विधायक, भाजपा)
दिग्विजय सिंह का खानदान
* दिग्विजय सिंह (मुख्यमंत्री , सांसद, मंत्री)
* जयवर्धन सिंह (पुत्र, विधायक)
हरियाणा
चरण सिंह का खानदान
* चौधरी चरण सिंह (सांसद )
* अजीत सिंह (पुत्र , सांसद , मंत्री )
* जयंत चौधरी (पौत्र म. प्र.)
दवीलाल खानदान
इंडियन नेशनल लोकदल
* देवीलाल (उप प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री)
* ओम प्रकाश चौटाला (बेटा, मुख्यमंत्री)
* रंजीत सिंह (पुत्र, सांसद – कांग्रेस)
* अजय सिंह चौटाला (ओमप्रकाश का बेटा, विधायक)
* अभय सिंह चौटाला (ओमप्रकाश का बेटा, विधायक)
बंसीलाल खानदान
इंडियन नेशनल लोकदल
* बंसीलाल (मुख्यमंत्री )
* सुरेंद्र सिंह ( पुत्र, सांसद )
* किरण चौधरी ( सुरेन्द्र की पत्नी, सांसद )
* श्रुति चौधरी ( सुरेंद्र की पत्नी, सांसद)
* रणबीर सिंह महेंद्रा ( बेटा, विधायक )
भजनलाल खानदान
* भजनलाल (मुख्यमंत्री )
* चंद्रमोहन (बेटा, उप मुख्यमंत्री)
* कुलदीप बिश्नोई (बेटा, सांसद )
* रेणुका बिश्नोई (कुलदीप की पत्नी , विधायक)
हुड्डा खानदान
कांग्रेस
* रणबीर सिंह हुड्डा (सांसद, मंत्री)
* भूपिंदर सिंह हुड्डा (बेटा, मुख्यमंत्री)
* दीपेंद्र सिंह हुड्डा (भूपिंदर का बेटा, सांसद)
कर्नाटक
गौड़ा खानदान
जनता दल
* एच.डी. देवेगौड़ा (प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री)
* एच.डी. कुमारस्वामी (बेटा, मुख्यमंत्री)
* एच डी रेवन्ना (बेटा, विधायक, मंत्री)
भाजपा
* वाईएसआर येदुयरप्पा (मुख्यमंत्री )
* वाई राघवेंद्र ( बेटा, सांसद )
* बी वाई विजेंद्र (बेटा)
* आरएन सोहनकुमार ( दामाद )
* प्रेरणा ट्रस्ट – येदियुरप्पा के परिवार द्वारा चलाया जाता है.
बिहार
यादव खानदान
राजद
* लालू प्रसाद यादव (मुख्यमंत्री, सांसद, मंत्री)
* राबड़ी देवी (पत्नी, विधायक, मुख्यमंत्री)
* तेजस्वी यादव (बेटा, राजनेता)
* साधु यादव (राबड़ी के भाई, विधायक, सांसद)
* सुभाष यादव (राबड़ी के भाई, विधायक, सांसद)
* मीसा भारती (बेटी, राजद प्रत्याशी)
मिश्र खानदान
भाजपा
* ललित नारायण मिश्र (सांसद , मंत्री )
* कामेश्वरी देवी (पत्नी, सांसद )
* विजय कुमार मिश्र (विधायक)
* गौरी शंकर राजहंस (नजदीकी रिश्तेदार, सांसद )
* डॉ जगन्नाथ मिश्र (भाई, सांसद , मुख्यमंत्री )
* नीतीश मिश्र (जगन्नाथ के पुत्र , विधायक , मंत्री )
* ऋ षि मिश्र (विजय कुमार के पुत्र , जदयू के महासचिव )
पासवान खानदान
* रामविलास पासवान (केंद्रीय मंत्री)
* पशुपति पारस (भाई, विधायक, मंत्री)
* रामचंद्र पासवान (भाई, सांसद )
* चिराग पासवान (पुत्र, लोकसभा के उम्मीदवार)
उत्तरप्रदेश
यादव खानदान
समाजवादी पार्टी
* मुलायम सिंह यादव (मुख्यमंत्री, सांसद, मंत्री)
* अखिलेश यादव (बेटा, विधायक, सांसद , मुख्यमंत्री)
* डिंपल यादव (अखिलेश की पत्नी , सांसद )
* धर्मेंद्र यादव (उनके भतीजे, सांसद )
* शिवपाल सिंह यादव (भाई , विधायक, मंत्री)
* राम गोपाल यादव (भाई , सांसद)
खुर्शीद खानदान
कांग्रेस
* खुर्शीद आलम खान (सांसद, मंत्री)
* सलमान खुर्शीद (बेटा, सांसद,मंत्री)
* लुईस खुर्शीद (सलमान की पत्नी, सांसद प्रत्याशी थी. हार गयी थीं.)
महाराष्ट्र
पवार खानदान
* शरद पवार (पावर में 50 साल, कई बार केंद्रीय मंत्री रहे.)
* सुप्रिया सुले (पवार की बेटी)
* अजित पवार (उनके भतीजे , विधायक, डिप्टी सीएम)
देवड़ा खानदान
कांग्रेस
* मुरली देवड़ा (केंद्रीय मंत्री)
* मिलिंद देवड़ा (पुत्र, केंद्रीय मंत्री)
ठाकरे खानदान
शिवसेना और एमएनएस
* बाल ठाकरे
* श्रीकांत ठाकरे (भाई)
* उद्धव ठाकरे (बेटे)
* राज ठाकरे ( भतीजा)
* आदित्य ठाकरे (उद्धव के पुत्र)
पाटिल खानदान
* डीवाई पाटिल (कांग्रेस नेता, बिहार के राज्यपाल )
* सतेज पाटिल (भाई, विधायक, मंत्री )
नाईक खानदान
* गणोश नाईक (सांसद, मंत्री )
* संजीव नाईक (बेटा, सांसद )
* संदीप नाईक (बेटा, विधायक )
* तुकाराम नाईक (विपक्ष के नेता , नवी मुंबई नगर पालिका)
* ज्ञानेश्वर नाईक
* सागर नाईक (ज्ञानेश्वर, मेयर के पुत्र)
मेघालय
संगमा खानदान
नेशनल पीपुल्स पार्टी
* पीए संगमा (विधायक, सांसद, मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष )
* अगाथा संगमा (बेटी, विधायक, सांसद)
* कॉनरोड संगमा (बेटा, विधायक )
राजस्थान
सिंधिया खानदान
भाजपा
* वसुंधरा राजे सिंधिया (विजयाराजे की बेटी , मुख्यमंत्री)
* दुष्यंत सिंह (पुत्र , सांसद)
तमिलनाडु
करुणानिधि खानदान
द्रमुक
* एम. करु णानिधि (मुख्यमंत्री)
* एमके अलागिरी (बेटा, विधायक , सांसद, मंत्री)
* एम के स्टालिन (बेटा, उप मुख्यमंत्री)
* कनिमोझी (बेटी, सांसद )
* मुरासोली मारन (उनके भतीजे , सांसद, मंत्री)*
* दयानिधि मारन (मुरासोली के बेटे, सांसद, मंत्री)
आंध्रप्रदेश
एनटीआर खानदान
तेलुगूदेशम पार्टी
* नंदमुरी तारक रामाराव या एनटी रामाराव या एनटीआर (मुख्यमंत्री )
* लक्षमी पार्वती (एनटीआर की दूसरी पत्नी , पार्टी अध्यक्ष )
* नंदमुरी हरिकृष्णा (बेटा, सांसद , मंत्री )
* नंदमुरी बालकृष्ण (बेटा, विधायक)
* दग्गुबति पुरंदरेश्वरी (बेटी , विधायक, मंत्री )
*दग्गुबति वेंकटेश्वर राव (दामाद , विधायक, सांसद, मंत्री)
*नारा चंद्रबाबू नायडू (दामाद, मुख्यमंत्री)
वाईएसआर रेड्डी खानदान
कांग्रेस
* वाईएस राजशेखर रेड्डी (मुख्यमंत्री)
* वाईएस विजयम्मा (पत्नी, विधायक)
* वाईएस जगन मोहन रेड्डी (बेटा, सांसद)
* वाईएस विवेकानंद रेड्डी (भाई , विधायक, मंत्री)
ओडिशा
पटनायक खानदान
बीजू जनता दल
* बीजू पटनायक
* नवीन पटनायक (बेटा, मुख्यमंत्री)
झारखंड
झारखंड मुक्ति मोर्चा
*शिबू सोरेन
*(मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री)
* दुर्गा सोरेन(विधायक)
* हेमंत सोरेन (मुख्यमंत्री)
* सीता सोरेन (विधायक)