मुंबई : दिल ने फिर याद किया उस आवाज को जिसमें डूब कर दिल की हर खलिश मिट जाती थी. वो आवाज, जो मुहब्बत का हसीन अहसास थी और रहेगी, जो इश्क से अनजान धड़कनों को भी प्यार करना सिखा देती.मखमली आवाज के शहंशाह जगजीत सिंह का आज जन्मदिन है. आज ही के दिन आठ […]
मुंबई : दिल ने फिर याद किया उस आवाज को जिसमें डूब कर दिल की हर खलिश मिट जाती थी. वो आवाज, जो मुहब्बत का हसीन अहसास थी और रहेगी, जो इश्क से अनजान धड़कनों को भी प्यार करना सिखा देती.मखमली आवाज के शहंशाह जगजीत सिंह का आज जन्मदिन है. आज ही के दिन आठ फरवरी 1941 को गजल गायक व संगीतकार जगजीत सिंह का जन्म श्रीगंगानगर (राजस्थान) में हुआ था.
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चिट्ठी ना कोई संदेश जाने वो कौन सा देश जहां तुम चले गये
1975 में एचएमवी ने उनका पहला अलबम ‘द अनफॉरगेटेबल’ निकाला. उन्होंने परंपरागत गजल गायकी में बदलाव की पहल की और उसे लोकप्रिय बनाया. उन्होंने आर्केस्ट्रा और नये वाद्ययंत्रों का खुल कर प्रयोग किया. डिजिटल एलबम (बियांड टाइम) निकालने वाले वे पहले भारतीय संगीतकार थे. वे पद्मभूषण से सम्मानित हुए.‘प्रेमगीत’,‘अर्थ’,‘साथ-साथ’ फिल्मों में उनका संगीत खूब सराहा गया.