नई दिल्ली : भारत की विभिन्न संस्कृति में महिला की शुचिता और कौमार्य पर खुल कर चर्चा नहीं की जाती.
मीडिया पेशेवर और जामिया मिलिया इस्लामिया से जनसंचार में स्नातक प्रिया ने कहा, ‘‘जब मैंने खबर पढी तो मैं सोचने लगी कि शुचिता की परीक्षा महिला को ही क्यों देनी पड़ती है पुरुष को क्यों नहीं. हम ऐसा क्यों नहीं सुनते कि शादी से पहले व्यक्ति के स्वास्थ्य की अथवा एचआईवी जांच हुयी.’’
प्रिया ने कहा, ‘‘एक आधुनिक महिला के तौर पर, अगर मेरी नैतिकता पर कोई सवाल उठाता है तो मैं अपने लिए बोल सकती हूं. लेकिन, कमजोर लड़कियां कैसे अपनी बात कहेंगी.’’
मध्यप्रदेश, राजस्थान, लखनउ, जयपुर और दिल्ली के दूर दराज के क्षेत्रों में इसकी शूटिंग हुयी है. देश में व्याप्त ऐसे विभिन्न रीति रिवाजों को दिखाया गया है जिसमें शादी के पहले दुल्हन का शुचिता परीक्षण होता है.