मुम्बई: अभिनेता ईमरान खान ने कहा है कि वह अपने दादा नासिर हुसैन का फिल्म बैनर बहाल करना चाहते हैं लेकिन इस विचार से उन्हें डर भी लग रहा है.नासिर हुसैन ने भारतीय सिनेमा को ‘जब प्यार किसी से होता है’, ‘फिर वही दिल लाया हूं’, ‘तुमसा नहीं देखा’,, ‘तीसरी मंजिल’, ‘यादों की बारात’, और ‘कारवां’ जैसी कई हिट फिल्में दी है.
नासिर के बेटे मंसूर अली खान ने ‘कयामत से कयामत तक’, ‘जो जीता वही सिकंदर’ और वर्ष 2000 में शाहरुख खान-ऐश्वर्या राय अभिनीत ‘जोश’ जैसी कुछ फिल्में बनायी. लेकिन जोश उनकी बतौर निर्देशक अंतिम फिल्म थी.
उन्होंने (नासिर हुसैन ने) अपनी फिल्मों में कुछ निश्चित मापदंड तय किए थे और एक नाम स्थापित किया था. मैं जो कुछ करुंगा, वह उनके नाम पर होगा अतएव, में उसे हल्के में नहीं लेना चाहता और बस उनका नाम जोड़कर कोई फिल्म नहीं बनाना चाहता.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि मैं उनके नाम से कोई फिल्म बनाता हूं तब मैं उनकी प्रतिष्ठा के साथ खेलूंगा. इन बातों को सोचकर मुङो डर लग रहा है.’’ हालांकि ईमरान अपनी अगली फिल्म ‘वन्स अपॉन ए टाईम इन मुम्बई दोबारा’ को लेकर रोमांचित हैं.