नयी दिल्ली : फिल्म अभिनेता प्रतीक अपनी मां और बीते जमाने की ख्यातिप्राप्त अभिनेत्री स्मिता पाटिल को रिश्तेदारों के संस्मरण, किताबों, और फिल्मों के जरिये जानते हैं और अभिनय की दुनिया में जिस उंचाई को उन्होंने छुआ उसी तरह की बुलंदियों को सिर्फ और सिर्फ अपनी मेहनत से हासिल करना चाहते हैं.
हाल में अपनी नई फिल्म ‘इसक’ के प्रचार के सिलसिले में दिल्ली आये प्रतीक ने बताया, ‘‘मैं अपनी मां स्मिता पाटिल को सिर्फ उनके बारे में रिश्तेदारों की स्मृतियों, उनकी फिल्मों और उनके बारे में छपी किताबों, लेखों से ही जानता हूं. जब भी मां को याद करता हूं एक मीठा अहसास आसपास होता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरी उनसे कोई तुलना जायज नहीं होगी क्योंकि वह एक मंझी हुई कलाकार थीं लेकिन अभिनय की जिस उंचाई और गहराई को उन्होंने मेहनत से साकार किया था उसे मैं अपनी मेहनत और काम से हासिल करने का प्रयास करता रहूंगा. यही मेरा लक्ष्य है.’’ प्रतीक ने कहा कि उन्होंने अपनी मां से विरासत में उनका जीतोड़ संघर्ष करने का हौसला प्राप्त किया है और वह अपनी मेहनत से कोई कोताही नहीं करना चाहते.
उल्लेखलनीय है कि प्रतीक के जन्म के लगभग 14 दिनों के अंतराल में ही प्रसव संबंधी कुछ समस्याओं के कारण स्मिता पाटिल की लगभग 31 साल की उम्र में 13 दिसंबर 1986 को मृत्यु हो गई थी. प्रतीक लगभग 23 साल तक उनकी नानी विद्याताई पाटिल के संरक्षण में रहे और बाद के कुछ साल उन्होंने अपनी मौसी मान्या पाटिल सेठ के साथ गुजारा.प्रतीक ने कहा, ‘‘नानी और मौसी के साथ लंबा समय बिताने के बाद अब मैं अकेला रहने लगा हूं. हां, रिश्तेदारों से समय समय पर मुलाकात होती रहती है.’’ प्रतीक ने वर्ष 2008 में कैरियर की शुरआत आमिर खान की फिल्म ‘जाने तू या जाने ना’ के साथ की जिसमें उन्होंने अभिनेत्री जेलिनिया डिसुजा के भाई की छोटी सी भूमिका की थी.
प्रतीक कहते हैं, ‘‘बहुत कम समय में उनकी मां ने अभिनय की दुनिया में जो स्थान बनाया था, उस मुकाम को हासिल करना एक असाधारण बात है. मेरी इच्छा है कि एक दिन अभिनय की दुनिया में अपनी मेहनत के जरिये उस मुकाम पर पंहुचु, जिस मुकाम को मेरी मां ने भी मेहनत से हासिल किया था जो न सिर्फ एक बेहतरीन कलाकार थीं बल्कि लाजवाब इंसान भी थीं.’’