अभिनेता आमिर खान अपनी फिल्मों से लोगों को हैरान करते रहते है लेकिन इस बार उनका नया लुक उनपर भारी पड गया. जी हां हम बात कर रहें है फिल्म ‘पीके’ की. आमिर अपन ‘न्यूड पोस्टर’ को लेकर विवादों में घिर गए हैं. प्रचार के नाम पर अश्लीलता फैलाने के आरोप में कानपुर के वकील मनोज कुमार ने उनके खिलाफ जिला अदालत में याचिका दायर की है और आज मामले की सुनवाई है.
यही नहीं, आमिर खान और फिल्म निर्माता राजकुमार हिरानी को इसपर अपनी सफाई पेश करने की हिदायत भी दी गई है. इधर, आमिर ने अपना बचाव करते हुए कहा कि, उन्होंने पब्लिसिटी के लिए ऐसा कुछ भी नहीं किया है. ये फिल्म की पटकथा को दर्शता है.
कानपुर के वकील मनोज कुमार ने किसी अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा है कि, आमिर की ये अश्लील तस्वीर लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचा रही है. शुक्रवार को हर अखबार में फिल्म के प्रचार के लिए ये पोस्टर छापा गया था. मनोज कुमार ने कहा कि, जब मैंने अखबार देखा तो मुझे बहुत आश्चर्य हुआ. ये अखबार देश के हर घर में जाएगा, बच्चे और बूढ़े इस तरह की तस्वीर देखेंगे तो उनपर इसका क्या असर होगा? आइपीसी की धारा 292 के तहत अश्लीलता का मामला दर्ज हुआ है.
अब आमिर इस पचडे से कैसे बाहर निकलते है यह तो आज पता चल ही जाएगा. कभी-कभी कुछ नया और हटके करना टेंशन का कारण बन जाता है. आमिर वैसे तो प्रशंसकों के दिलों में अपनी जगह बनाए हुए है.
आमिर खान ने अपने करियर की शुरूआत अपने चाचा नासिर हुसैन की फिल्म ‘यादों की बारात (1973) में एक बाल कलाकार की भूमिका से की थी. इसके बाद ग्यारह साल बाद खान का करियर फिल्म ‘होली (1984)’ से आरम्भ हुआ. ये फिल्में आमिर को ज्यादा सफलमा नहीं दिला पाई. फिल्म ‘कयामत से कयामत तक (1988)’ के लिए आपनी पहली कामर्सियल सफलता मिली और उन्होंने फिल्म में एक्टिंग के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ मेल नवोदित पुरस्कार जीता.
‘परदेसी-परदेसी जाना नहीं’ जी हां फिल्म ‘राजा हिन्दुस्तानी’ ने बॉक्स ऑफिस पर ण्धमाल मचा दिया आश्रै इसके लिए आमिर को पहला फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार मिला जो अब तक की उनकी एक बड़ी कामर्सियल सफलता थी. उन्हें बाद में फिल्मफेयर कार्यक्रम में दूसरा सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार और लगान में उनके अभिनय के लिए 2001 में कई अन्य पुरस्कार मिले और अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया.
2007 में, वे निर्देशक के रूप में फिल्म तारे ज़मीन पर का निर्देशन किया, जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार दिया गया. कई कॉमर्शियल सफल फिल्मों का अंग होने के कारण और बहुत ही अच्छा अभिनय करने के कारण, वे हिन्दी सिनेमा के एक प्रमुख अभिनेता बन गए हैं. टीवी शो सत्यमेव जयते के लिए भी वो काफी चर्चा में रहें. अपने कार्यक्रम में आमिर ने कई ज्वंलत मुद्दों को शामिल किया.
आमिर अपने नये-नये लुक से हमेशा सबको चौंकाते रहते है लेकिन इस बार वे सबकी नजर में चढ गये. फिल्म ‘पीके’ के पोस्टर के लिए उन्होंने आने कपडे ही उतार दिए. केस हो गया. कही लोगों की वाहवाही मिली तो कहीं लोगों की तारीफ. आमिर ने सबकी सुनी फिर कहा कि,’आप (दर्शक) जब फिल्म देखेंगे तभी आपको पोस्टर का आइडिया समझ आएगा. लेकिन मैं बस यह कहना चाहूंगा कि राजकुमार जिस तरह के फिल्मकार और लेखक हैं, वह हमेशा अपनी सोच और चीजों को एक अनूठे तरीके से पेश करने की कोशिश करते हैं और यही वजह है कि मैं उनका बहुत बड़ा प्रशंसक हूं.’
ऐसा नहीं कि आमिर पहली बार नये लुक में आए है. इससे पहले फिल्म गजनी में भी आमिर ने अपनी पूरी बॉडी पर मानो किताब खोल ली हो. लेकिन इस फिल्म में वे नग्न ही हो गये. अब इसका इल्जाम आमिर के सर मढा जाए या फिर निर्देशक के सर. आमिर कहते है कि ये तस्वीर सुर्खियां बटारेने के लिए नही है बल्कि इससे फिल्म की स्टोरी का पता चलेगा. अब तो फिल्म ‘पीके’ के सिनेमाघरों में आने पर ही पता चल पाएगा कि निर्देशक राजकुमार हिरानी अपनी फिल्म में क्या स्टोरी पेश करना चाहते है और इस नग्न पोस्टर से वे क्या साबित करना चाहते है.