उर्मिला कोरी
हालिया रिलीज फिल्म ‘मेड इन चाइना’ में अभिनेता राजकुमार राव नजर आ रहे हैं. फिल्म में वह बिजनेसमैन की भूमिका में हैं, जो अंडे से लेकर सेक्स तक की दवाई बेचता है. राजकुमार बताते हैं कि उनकी फिल्म में कॉमेडी के साथ सोशल मैसेज भी है.
-मेड इन चाइना ने आपके सामने क्या चुनौती रखी?
मेरे लिए हर फिल्म एक चुनौती है. आज भी मैं हर फिल्म की शूटिंग से पहले नर्वस हो जाता हूं, पर हर फिल्म को एक चुनौती की तरह लेता हूं. अपने हर किरदार में अपने हिसाब से कुछ इनपुट्स डालता हूं, ताकि वह रोचक बन सके. इस किरदार के लिए मैंने अपनी फिजिक बदली. अपने पेट को बाहर निकाला. प्रोस्थेटिक मेकअप से पेट नहीं निकाला. वह रियल है. चावल और चीज खाकर पेट निकाला है. पूरी बॉडी पतली, बस पेट निकला हुआ. गुजराती भाषा भी सीखी. आमतौर पर गुजराती का मतलब लोग बहुत लाउड बोलना समझते हैं, जैसे वो कोई स्टैंड अप कॉमेडियन हों. मैं गुजरात जाकर वहां के लोगों से मिला. उनकी भाषा को रिकॉर्ड किया और फिर उसकी प्रैक्टिस की.
-फ़िल्म में बोमन ईरानी और परेश रावल भी हैं. उनके साथ काम का अनुभव कैसा रहा?
मैं दोनों के परफॉर्मेंस से बहुत प्रभावित हुआ. कई सींस में कुछ शब्द कैसे बोले जाने चाहिए, ये मैं बोमन ईरानी से पूछता भी था. वैसे इस फिल्म के निर्देशक भी गुजराती हैं और फ़िल्म की ज्यादातर शूटिंग गुजरात में ही हुई है, तो इस वजह से चीजें आसान रहीं.
-फ़िल्म की शूटिंग चीन में भी हुई है. कैसा अनुभव था?
यह पहली बार था जब मैं किसी फिल्म की शूटिंग के लिए चीन गया था. चीन हमारा पड़ोसी राज्य है, लेकिन वह हमसे बहुत ही अलग है. वहां जिंदगी बहुत फास्ट है. सभी लोग अपनी लाइफ में बिजी हैं. सब अपना स्टार्टअप्स बिजनेस शुरू करना चाहते हैं. मैं वहां से बहुत सारे फ्रिज मैग्नेट्स और मास्क खरीद कर लाया था.
-फिल्म सेक्स के मुद्दे पर है. क्या सेक्स सीन्स को लेकर आप सहज थे?
हां, मैं क्लियर था कि मैं फ़िल्म में डबल मीनिंग संवाद नहीं बोलूंगा. हम जिम्मेदार एक्टर्स हैं. हम कुछ भी वल्गर नहीं बोल सकते. इससे पहले भी मुझे कई फिल्में इस तरह की ऑफर हुई हैं, लेकिन उनमें डबल मीनिंग डायलॉग थे, तो मैंने मना कर दिया. मुझे नहीं लगता कि मैं कभी इस तरह की फिल्में कर पाऊंगा. डबल मीनिंग डायलॉग्स बोलने में मैं सहज महसूस नहीं करता.
-आपको असफलता से डर नहीं लगता ?
मैं असफलता से नहीं डरता, बल्कि हमेशा इससे सीखने की कोशिश करता हूं. यही वजह है कि मैं प्रयोग करता हूं. ऐसी फिल्में नहीं कर सकता, जिससे मेरा दिल न जुड़े. मैं सेट पर हमेशा अपनी मर्जी और खुशी से जाना चाहता हूं.
-आपकी पिछली फिल्म ‘मेंटल है क्या’ टिकट खिड़की पर कुछ कमाल नहीं कर सकी. कहां कमी रह गयी?
मुझे लगा था कि वो फिल्म चलेगी, लेकिन नहीं चली. मैंने फिल्म देखी, पर समझ आया क्यों नहीं चली, इसलिए ‘क्यों’ का जबाव नहीं दे पाऊंगा. ये एक्टर के तौर पर मेरा होमवर्क है, ताकि अगली बार उन गलतियों को न दोहराऊं. वैसे कई क्रिटिक्स ने फ़िल्म को सराहा था.
-आपकी आनेवाली फिल्म? क्या वेब सीरीज करना चाहते हैं?
हाल ही में मैंने हंसल सर की ‘तुर्रम खान’ पूरी की है. रूही अफज़ा और लूडो भी पूरी हो गयी है. ‘व्हाइट टाइगर’ प्रियंका चोपड़ा के साथ जल्द ही शुरू होनेवाली है. बेवसीरिज करना तो चाहता हूं, पर उसके लिए लंबे वर्क कमिटमेंट्स की जरूरत है और फिलहाल मैं इतना समय चाह कर भी नहीं दे सकता.
-दिवाली पर आयी आपकी फिल्म के सामने ‘हाउसफुल’ भी थी?
दिवाली एक ऐसा वीकेंड होता है जहां एक साथ आराम से दो-चार फिल्में रिलीज हो सकती हैं. यह लंबा वीकेंड होता है, तो सभी फिल्मों को बराबर स्पेस मिलता है. हमारी फिल्म अच्छी बनी है. कॉमेडी के साथ इसमें सोशल मैसेज भी है. बाद के हफ्तों में लोग इसे जरूर पसंद करेंगे.
-आप निजी जिंदगी में कैसे बिजनेसमैन हैं?
मैं निजी जिंदगी में बिजनेस कभी नहीं कर सकता. मुझे लगता है कि मैं बिजनेस हैंडल नहीं कर सकता. मेरी टीम मेरा फाइनेंस देखती है. मुझे मैथ हमेशा से डराता रहा, खास कर जब उसमें अंग्रेज़ी आ गया तब मेरे पल्ले नहीं पड़ा. मैं अलजेब्रा की बात कर रहा हूं. वैसे अलजेब्रा के अलावा मैं पढ़ाई में अच्छा था.
‘ऐसा नहीं कि मुझे डांस नहीं आता’
रुपहले पर्दे पर अलग-अलग रियलिस्टिक किरदारों को निभाने वाले राजकुमार राव एक्शन और डांसिंग में भी माहिर हैं. हालांकि अब तक पर्दे पर उन्होंने इस तरह का कोई किरदार नहीं निभाया है. गौरतलब है कि राजकुमार ताइक्वांडो में गोल्ड मेडलिस्ट रहे हैं. अपने डांसिंग स्किल पर राजकुमार कहते हैं कि मैं अच्छा डांसर हूं. हालांकि पर्दे पर अब तक ज्यादा डांस करने का मुझे मौका नहीं मिला है, इसलिए लोगों को लगता है कि मुझे डांस आता ही नहीं, जबकि ऐसी बात नहीं है.