उरुग्वे अपनी आजादी की सौवीं वर्षगांठ मना रहा था, तो उसे पहली वर्ल्ड फुटबॉल चैंपियनशिप की मेजबानी सौंपी गयी. ओलिंपिक चैंपियन इस टीम ने शानदार प्रदर्शन कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. पहली बार फेडरेशन इंटरनेशनल डी फुटबॉल एसोसिएशन (फीफा) का गठन 1904 में पेरिस में हुआ था. 1920 के दशक में फीफा के अध्यक्ष जूल्स रिमे और फ्रांस के फुटबॉल प्रशासकों ने दुनिया की बेहतरीन फुटबॉल टीम तय करने के लिए एक प्रतियोगिता करने का विचार किया. 1929 में फीफा ने एक प्रस्ताव पारित कर विश्व कप फुटबॉल आयोजित करने का फैसला किया.
1930 में शुरू हुई यह प्रतियोगिता हर चार साल पर आयोजित की जाने लगी. पहले विश्व कप खिताब उरुग्वे ने जीता. उरुग्वे अपनी आजादी की सौवीं वर्षगांठ मना रहा था, तो उसे इसकी मेजबानी सौंपी गयी. उरुग्वे की टीम ओलिंपिक में फुटबॉल की चैंपियन थी. कई देशों ने आने-जाने में आनेवाले भारी-भरकम खर्च को देखते हुए अपने को इस प्रतियोगिता से दूर रखा, फिर भी 13 देशों ने हिस्सा लिया. यूरोप से फ्रांस, बेल्जियम, यूगोस्लाविया और रोमानिया खेलने आये. 13 टीमों को चार अलग-अलग ग्रुपों में रखा गया. पहला मैच 13 जुलाई, 1930 को फ्रांस और मैक्सिको के बीच खेला गया.
टूर्नामेंट संक्षिप्त
चैंपियन- उरुग्वे
उपविजेता- अर्जेंटीना
तीसरा स्थान- अमेरिका
पहला मैच
13 जुलाई से 1930
फाइनल मैच
30 जुलाई 1930
मैच खेले गये : 18
टीमों ने हिस्सा लिया : 13