Success Story Of IPS Awakash Kumar: जब जुनून अपना रास्ता चुनता है, तो मंजिल खुद-ब-खुद मिल जाती है. कुछ ऐसी ही है कहानी अवकाश कुमार की—एक ऐसे शख्स जिन्होंने विज्ञान की दुनिया में कदम रखा, लेकिन उनका दिल देश की सेवा के लिए धड़कता रहा. वैज्ञानिक की भूमिका निभाने के बाद उन्होंने एक बड़ा फैसला लिया और सिविल सेवा की तैयारी में जुट गए. अपनी मेहनत के दम पर उन्होंने न सिर्फ UPSC परीक्षा पास की, बल्कि आज वे बिहार के पटना शहर के एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) के तौर पर कार्यरत हैं.
अवकाश कुमार सिर्फ एक तेजतर्रार और ईमानदार आईपीएस अधिकारी के रूप में नहीं, बल्कि अपनी संपत्ति को लेकर भी काफी चर्चा में रहते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स और आधिकारिक आंकड़ों की मानें तो उनकी कुल संपत्ति बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) और यहां तक कि बिहार के मुख्यमंत्री से भी अधिक है. आइए जानते हैं इनकी संप्त्ति, और इनकी सफलता की कहानी.
कितनी है अवकाश कुमार की संपत्ति? (Awakash Kumar Net Worth)
31 मार्च को बिहार सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत प्रदेश के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने अपनी संपत्ति का विवरण सार्वजनिक किया. इस प्रक्रिया के तहत पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अवकाश कुमार की संपत्ति की घोषणा भी की गई, जिसने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, एसएसपी अवकाश कुमार के पास कुल 1.92 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है. इस आंकड़े ने इसलिए भी सुर्खियां बटोरीं क्योंकि यह संपत्ति राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की घोषित चल संपत्ति जो कि 1.69 करोड़ है, उनसे भी ज्यादा है.
बिहार के इस गांव के रहने वाले हैं अवकाश कुमार
अवकाश कुमार, जो मूल रूप से भोजपुर जिले के सिमराव गांव के निवासी हैं, वर्तमान में पटना के एसएसपी हैं और 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. उनका बचपन झारखंड के बोकारो में अपने पिता के साथ बीता. पटना के SSP नियुक्त होने से पहले वे CID में SP के पद पर कार्यरत थे. इससे पहले वे गया में ग्रामीण एसपी, आरा और बेगूसराय में ASP तथा दरभंगा में SSP के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
IIT BHU से की पढ़ाई
IPS आईपीएस अधिकारी अवकाश कुमार ने भारत के प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक, आईआईटी बीएचयू (वाराणसी) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है. वे बचपन से ही पढ़ाई में काफी होनहार थे. आईआईटी से ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद उन्होंने तकनीकी क्षेत्र में अपना करियर शुरू किया और देश के सामरिक क्षेत्र से जुड़ी प्रतिष्ठित संस्था, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) में एक वैज्ञानिक के तौर पर काम किया. हालांकि, देश सेवा की भावना और प्रशासनिक सेवा के प्रति रुचि ने उन्हें भारतीय पुलिस सेवा (IPS) की ओर प्रेरित किया. कड़ी मेहनत और लगन के बल पर उन्होंने UPSC परीक्षा उत्तीर्ण की और 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी बने. आज वे न सिर्फ एक सक्षम पुलिस अधिकारी के रूप में पहचाने जाते हैं, बल्कि एक प्रेरणा स्रोत भी हैं, जिन्होंने इंजीनियरिंग और वैज्ञानिक क्षेत्र को छोड़कर कानून-व्यवस्था और जनता की सेवा को अपना जीवन उद्देश्य बना लिया.