दार्जिलिंग : दुनिया भर के चाय के शौकीनों में दार्जिलिंग की चायपत्ती इस साल के सीजन में शुक्रवार को पहली बार रिकॉर्ड 19 हजार रुपये किलो बिकी है. बताया जा रहा है कि इस साल के सीजन में किसी भी चाय बागान से पहली बिनाई वाली चायपत्तियों में यह सबसे महंगी रही. जापान की मकईबारी कंपनी ने इसे सबसे अधिक कीमत पर खरीदा है. बाजार में सबसे महंगी कीमतों पर बिकने वाली इस चायपत्ती को मकईबारी की चाय के नाम से ही जाना जाता है.
मकईबारी के अध्यक्ष राजा बनर्जी ने कहा कि उनकी यह चायपत्ती को बेहद नाजुक, सीजन की सबसे पहली बिनाई वाली, लसदार और फलों के स्वाद वाली है. यह दार्जिलिंग में चाय के मौसम की पहली बिनाई की पत्ती है. ऐसा एक मौसम में सिर्फ एक बार ही हो सकता है. 26 अप्रैल को एक निजी बिक्री में मशहूर हाथों से बनी दार्जिलिंग की यह चायपत्ती 302 डॉलर (19,363 रुपये) प्रति किलो की दर से बेची गयी है.
इसे पढ़िये : चाय के बाद दार्जिलिंग के नारंगी ने भी तोड़ा दम
उन्होंने बताया कि 155 साल पुराने इस चाय बगान की अनोखी चायपत्ती को मकईबारी जापान ने खरीदा. मकईबारी जापान ऐसी कंपनी है, जो विशेष रूप से मकईबारी चाय ही खरीदती है. इसीलिए इस बगान से उपजने वाली चायपत्ती को मकईबारी की चाय कहा जाता है. इधर, मकईबारी जापान ने कहा कि हमें मकईबारी से दुनिया की सर्वोत्तम चायपत्ती पाने की उम्मीद रहती है.
गौरतलब है कि 2014 में मकईबारी चाय की एक अन्य किस्म 1,850 डॉलर (करीब 1.12 लाख रुपये) किलो के भाव बिक चुकी है, जो देश की सबसे महंगी चाय है. यहां यह भी बता दें कि भारत में उपजने वाली चाय को जापान की ओर से सबसे अधिक खरीदा जाता है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.