नयी दिल्ली : सरकार द्वारा शुरू की गयी क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना ‘उड़ान’ में भाग लेने के लिए अब तक 20 विमानन सेवा परिचालकों ने अपना पंजीकरण कराया है. सरकार का कहना है कि घरेलू विमानन क्षेत्र ‘तेजी’ के दौर से गुजर रहा है और यह एक अच्छी शुरुआत है. नागर विमानन सचिव आर. एन. चौबे ने यहां पीएचडी चैंबर द्वारा आयोजित एरो एक्सपो इंडिया के दौरान बताया कि उड़ान योजना के तहत पहले ही हवाई सेवा प्रदान करने वाली 20 कंपनियों ने पंजीकरण कराया है.
सरकार देश में विमानन सेवाओं की बढ़ती मांग से निपटने के लिए हवाईअड्डों की क्षमता बढ़ाने में लगी है. विमान में सीटों की मांग में पिछले कई महीनों में वृद्धि दर 20 प्रतिशत से उपर चल रही है.
गौरतलब है कि क्षेत्रीय मार्गों पर विमानन सेवाएं बढाने के लिए गैर-सेवारत या कम-इस्तेमाल हो रहे हवाईअड्डों के बीच हवाई संपर्क बढ़ाने के लिए सरकार ने हाल ही में ‘उड़े देश का आम नागरिक’ (उडान) योजना शुरू की है. इसमें एक घंटे की अवधि वाली उड़ान का अधिकतम किराया 2500 रुपये होगा.
इसके लिए विमानन कंपनियों को कुछ छूट और सहायता दी जाएगी. इसके लिए मुख्य मार्गों की उड़ानों पर प्रति उड़ान एक निश्चित शुल्क लगाया गया जिसके पैसे से क्षेत्री उड़ानों को समरसता रखने का प्रबंध किया जा रहा है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.