जमशेदपुर : टाटा संस के चेयरमैन पद से साइरस पी मिस्त्री को हटाये जाने से टाटा ग्रुप से जुड़ी जमशेदपुर की सभी कंपनियों में हड़कंप मच गयी. साइरस मिस्त्री ने कमान संभालने के दो साल बाद यानी 2014 में बड़ा फैसला लिया था. लखटकिया कार नैनो रतन टाटा की सपनों की कार थी, लेकिन इसे भी बंद कर इसकी कीमत दो लाख से अधिक कर इसे नया लुक दे दिया गया, जिससे कारोबार सिमट गया. टाटा स्टील के यूरोपीय कारोबार को भी कंपनी ने समेट लिया, जिसके बाद पूरे विश्व में टाटा ग्रुप की परेशानियां बढ़ी.
चेयरमैन बनने के बाद साइरस मिस्त्री को 3 मार्च 2012 को संस्थापक दिवस पर कंपनियों के अधिकारियों से मिलाने जमशेदपुर रतन टाटा ही साथ लाये थे. उन्होंने टाटा वर्कर्स यूनियन के लोगों से भी मुलाकात करायी थी. साइरस मिस्त्री का परिचय कराने के दौरान ही वे बिष्टुपुर स्थित उद्यमियों की संस्था सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स गये थे, जहां रतन टाटा ने सभी सवालों का जवाब दिया था.
2012 से लेकर अब तक 8 बार आ चुके हैं जमशेदपुर
टाटा सन्स के चेयरमैन बनने के बाद साइरस मिस्त्री पहली बार 3 मार्च 2012 को जमशेदपुर आये थे. उसके बाद से हर तीन मार्च यानी संस्थापक दिवस पर वे जमशेदपुर आते थे. उनके साथ उनकी पत्नी रोहिका मिस्त्री भी आ चुकी हैं. 2012 के बाद सिर्फ दो बार वे जमशेदपुर आये.
नोएल टाटा हो सकते हैं नये चेयरमैन
साइरस मिस्त्री के बाद रतन टाटा चार माह के लिए चेयरमैन का पद संभालेंगे. लेकिन उनके बाद कौन चेयरमैन होगा, यह सवाल सबके मन में तैर रहा है. टाटा समूह ने शायद इस अहम सवाल का जवाब तलाशने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. ऐसी अटकलें लगायी जा रही हैं कि रतन टाटा के भाई नोएल टाटा इस प्रमुख कारोबारी समूह के अगले मुखिया होंगे. साइरस मिस्त्री के चेयरमैन बनने के पहले भी उनका ही नाम सामने आ रहा था, लेकिन शापुरजी पालनजी मिस्त्री का सबसे ज्यादा शेयर कंपनी में है, इस कारण साइरस मिस्त्री चयन में भारी पड़े थे.
युवा साइरस टाटा घराने से बाहर के पहले चेयरमैन थे
अगस्त 2010 में टाटा संस के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने रतन टाटा का उत्तराधिकारी चुने जाने के लिए पांच सदस्यीय चयन समिति गठित की थी. रतन टाटा के रिश्ते में भाई और पालोनजी मिस्त्री के दामाद नोएल टाटा सहित पेप्सीको की चेयरपर्सन इंदिरा नूई, वोडाफोन के पूर्व सीइओ अरुण सरीन, सिटी ग्रुप के विक्रम एस पंडित और यूनिलीवर इंडिया के पूर्व प्रमुख विंदी बांगा पर अटकलें लगायी गयी थी. 23 नवंबर 2011 को टाटा संस बोर्ड के निदेशकों व चयन समिति के भारी मतों के कारण साइरस मिस्त्री को डिप्टी चेयरमैन बनाया गया. इसके एक सप्ताह बाद साइरस मिस्त्री को 83 बिलियन डॉलर वाली टाटा समूह के टाटा इंडस्ट्रीज बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल कर लिया गया. साइरस मिस्त्री के शामिल होने के साथ ही बोर्ड के निदेशकों की संख्या ग्यारह तक विस्तारित हो गयी. तय हुआ रतन टाटा के दिसंबर 2012 में रिटायरमेंट के बाद वे बतौर एमिरट्स चेयरमैन के रूप में सेवा देंगे. नयी भूमिका में अपनी सेवा देने का काम जब उन्होंने शुरू किया तब वे समूह के न सिर्फ दूसरे सबसे युवा लीडर बल्कि कंपनी के 143 इतिहास में यह पहला मौका है जब गैर टाटा परिवार से कोई चेयरमैन बना.
टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड के एमडी हैं नोएल
नोएल टाटा वर्तमान में टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हैं, जबकि टाटा समूह के खुदरा कारोबार ट्रेंट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक का पद संभाल चुके हैं. नोएल टाटा को हाल ही में टाटा इनवेस्टमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड का गैर कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया है. नोएल टाटा ससेक्स विश्वविद्यालय के स्नातक और पेरिस के इनसीड बिजनेस स्कूल से एमबीए की डिग्री लिए हुए हैं. वह टाटा सन्स में सबसे बड़े अंशधारक पलोनजी मिस्त्री के दामाद हैं. चकाचौंध से दूर रहने वाले नोएल की नियुक्ति के संबंध में टाटा के मुंबई स्थित मुख्यालय ने कहा है कि इस बारे में कयास न लगाये जायें.
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