नयी दिल्ली : डालर के मुकाबले रुपये का अवमूल्यन किये जाने की अटकलों के बीच स्थानीय मुद्रा की विनियम दर में सुबह तीव्र गिरावट के बीच वित्त मंत्रालय ने आज स्पष्ट किया कि विनिमय दर अवमूल्यन की सरकार की कोई योजना नहीं है. वित्त मंत्रालय ने कहा है कि रुपये की विनिमय दर बाजार में ही तय होगी. कुछ खबरों में कहा गया था कि पिछले 20 महीनों में 19 में निर्यात में गिरावट को देखते हुए वाणिज्य मंत्रालय रुपये के अवमूल्यन की संभावना पर वित्त मंत्रालय से विचार विमर्श कर सकता है ताकि विश्व बाजार में भारीय सामानों की प्रतिस्पर्धा क्षमता बढ सके.
वित्त मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, ‘वाणिज्य मंत्रालय इन चीजों के लिए जोर मारता रहता है. अवमूल्यन का कोई प्रस्ताव नहीं है. निर्यातक इस मुद्दे पर वाणिज्य मंत्रालय से मिले होंगे लेकिन हमारी तरह से इस मुद्दे पर विचार करने के लिए कुछ भी नहीं है.’ वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी कहा है कि उन्होंने यह नहीं कहा था कि सरकार अवमूल्यन पर विचार कर रही है. सीतारमण ने ट्वीट किया, ‘मेरी किसी संवाददाता से रुपये के अवमूल्यन पर कोई बात नहीं हुई. इस विषय पर मेरे हवाले से जो भी छापा गया है आधारहीन है.’
आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकान्त दास ने कहा कि रुपये की विनिमय दर पर कोई सरकारी नियंत्रण नहीं है. दास ने संवाददाताओं से कहा, ‘रुपये का मूल्य बाजार से तय होता है, इस नीति में बदलाव की कोई योजना नहीं है. इस तरह खबरें कि सरकार रुपये का अवमूल्यन करना चाहती है, गलत हैं.’ अवमूल्यन की खबरों के बाद भारती मुद्रा में जोरदार गिरावट आई. हालांकि, सरकार द्वारा इसका खंडन किये जाने के बाद यह नुकसान कम हो गया. सकारात्मक रुख के साथ खुलने के बाद दोपहर के कारोबार में रुपया 19 पैसे टूटकर 67.07 रुपये प्रति डालर पर चल रहा था.
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