नयी दिल्ली: रिलायंस जियो की पूर्ण 4जी सेवाएं शुरू होने के बाद मौजूदा ऑपरेटरों को अपने ग्राहकों को कायम रखने के लिए दरों में कटौती करनी होगी. फिच रेटिंग्स ने आज कहा कि इससे उद्योग में दरों में 10 से 15 प्रतिशत की कमी आएगी. फिच ने कहा, ‘‘मौजूदा ऑपरेटरों को अपने ग्राहकों को कायम […]
नयी दिल्ली: रिलायंस जियो की पूर्ण 4जी सेवाएं शुरू होने के बाद मौजूदा ऑपरेटरों को अपने ग्राहकों को कायम रखने के लिए दरों में कटौती करनी होगी. फिच रेटिंग्स ने आज कहा कि इससे उद्योग में दरों में 10 से 15 प्रतिशत की कमी आएगी. फिच ने कहा, ‘‘मौजूदा ऑपरेटरों को अपने ग्राहकों को कायम रखने के लिए दरों में कटौती करनी होगी. हमारा अनुमान है कि एक साल में उद्योग द्वारा दरों में 10 से 15 प्रतिशत की कटौती की जाएगी.’ फिच ने कहा कि रिलायंस जियो का प्रवेश साख की दृष्टि से मौजूदा आपरेटरों के लिए नकारात्मक होगा. मुख्य रूप से छोटी दूरसंचार कंपनियों के लिए. इससे उद्योग में एकीकरण तेज होगा.रिलायंस जियो की सेवाएं सभी संभावित 4जी आधारित हैंडसेट वाले ग्राहकों को आज से उपलब्ध हैं.
कंपनी अपनी ‘स्वागत पेशकश’ के तहत 31 दिसंबर तक मुफ्त वॉयस और डेटा की पेशकश कर रही है. इसके बाद कंपनी ने वॉयस कॉल जीवनभर के लिए नि:शुल्क देने की घोषणा की है. जबकि वह डेटा प्लान की पेशकश मौजूदा बाजार दरों के 20 प्रतिशत पर करेगी. फिच ने कहा कि बढती प्रतिस्पर्धा से डेटा दरों पर ऐसे समय दबाव पडेगा जबकि डेटा की खपत बढने के बीच कंपनियों को पूंजीगत खर्च बढाना होगा क्योंकि सस्ते 4जी हैंडसेट उपलब्ध होंगे. फिच ने कहा कि जियो शुरुआती दो साल में घाटे में रहेगी. मौजूदा समय में सिर्फ पांच प्रतिशत ग्राहकों के पास 4जी हैंडसेट हैं. लेकिन यह तस्वीर जल्द बदलेगी, क्योंकि 70 प्रतिशत नए हैंडसेट अब 4जी के साथ आ रहे हैं. फिच का मानना है कि जियो के लिए अगले साल तक 2 से 3 करोड़ से अधिक ग्राहक और बाजार के राजस्व का 3 से 4 प्रतिशत से अधिक हासिल करने की संभावना नहीं है
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