मोगा (पंजाब) : भारत में मैगी विवाद के बाद कंपनी ने कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करना शुरू कर दी है. विनिर्माण में जुटे करीब 1,500 कर्मचारी इस इंस्टैंट नूडल्स ब्रांड पर प्रतिबंध के बाद प्रभावित हुए हैं. इसके अलावा मैगी पर प्रतिबंध से आपूर्तिकर्ता भी प्रभावित हुए हैं. नेस्ले इंडिया की मसालों की सबसे बडी आपूर्तिकर्ता मोगा की पारस स्पाइसेस लि. ने पहले ही अपने 200 अस्थायी कर्मचारियों में से कुछ की सेवाएं समाप्त कर दी हैं.
नेस्ले इंडिया ने हालांकि अभी तक अपने किसी स्थायी कर्मचारी को नहीं हटाया है और वह उनका दूसरी गतिविधियों में इस्तेमाल कर रही है. यदि मैगी पर प्रतिबंध लंबा चलता है, तो कंपनी ने इन कर्मचारियों के भविष्य के लिए दीर्घावधि का दृष्टिकोण नहीं बनाया है. नेस्ले इंडिया के कारखाना प्रबंधक :मोगा: सतीश श्रीनिवासन ने कहा, ‘‘यहां मोगा संयंत्र में मैगी लाइन में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या 115 है. मैगी का उत्पादन बंद होने के बाद हमने इन कर्मचारियों को अन्य यूनिट्स में लगाया है. इसके अलाव अन्य कर्मचारियों प्रशिक्षण की गतिविधियों और टीम निर्माण प्रक्रिया में लगाया गया है.’’
उन्होंने बताया कि मोगा संयंत्र में मैगी के विनिर्माण में लगे किसी भी स्थायी कर्मचारी को हटाया नहीं गया है. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि देश में पांच संयंत्रों में मैगी के उत्पादन से जुडे कार्य में करीब 1,500 स्थायी कर्मचारी हैं. उन्होंने अन्य गतिविधियों में लगाया गया है. नौकरियों में कोई कटौती नहीं की गई है.
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