नयी दिल्ली: औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) तथा मुद्रास्फीति के वृहद आर्थिक आंकडे व मॉनसून की प्रगति से इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजारों की दिशा तय होगी. विशेषज्ञों का कहना है कि सप्ताह के दौरान बाजार में काफी उतार-चढाव देखने को मिल सकता है. रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख हितेश अग्रवाल ने कहा, आगे चलकर दक्षिण पश्चिम […]
नयी दिल्ली: औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) तथा मुद्रास्फीति के वृहद आर्थिक आंकडे व मॉनसून की प्रगति से इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजारों की दिशा तय होगी. विशेषज्ञों का कहना है कि सप्ताह के दौरान बाजार में काफी उतार-चढाव देखने को मिल सकता है.
रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख हितेश अग्रवाल ने कहा, आगे चलकर दक्षिण पश्चिम मॉनसून की प्रगति बाजार के रडार पर होगी.यह केरल कुछ विलंब से पहुंचा है. इसके अलावा औद्योगिक उत्पादन व मुद्रास्फीति के आंकडे भी सप्ताह के दौरान जारी होंगे. हालांकि, बाजार के लिए इसके अलावा कोई संकेतक नहीं दिख रहा है. ऐसे में बाजार में उतार-चढाव रहेगा.
अप्रैल महीने के औद्योगिक उत्पादन के आंकडे व मई की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकडे शुक्रवार को जारी किए जाएंगे. डालर के मुकाबले रुपये का रख, विदेशी निवेशकों के निवेश के रख व कच्चे तेल की कीमते भी बाजार की धारणा को प्रभावित करेंगी.
इस बीच, दक्षिण पश्चिम मॉनसून शुक्रवार को केरल पहुंच गया, जिससे बारिश के सीजन की शुरूआत हो गई. हालांकि, यह सामान्य से चार दिन देरी से पहुंचा है.मौसम विभाग ने शुरूआत में अनुमान लगाया था कि इस साल बारिश का सीजन 30 मई से शुरु होगा और मॉनसून सामान्य से कम रहेगा. बाद में उसने कमजोर मॉनसून का अनुमान व्यक्त किया.
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