नयी दिल्ली : उषा मार्टिन ने आज कहा कि उसने कठौतिया कोयला ब्लाक के लिये ‘आक्रमक बोली’ नहीं लगाने का निर्णय किया. इसका कारण स्पांजी आयरन के लिये 2,860 रुपये प्रति टन की सफल बोली कंपनी को आर्थिक रूप से युक्तिसंगत नहीं लगी. पहले यह ब्लाक उषा मार्टिन के पास ही था.
हालांकि उसने कहा कि इंधन खरीद के लिये वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी. कोयले की नीलामी के दूसरे दिन आदित्य बिडला समूह की प्रमुख कंपनी हिंडाल्को इंडस्टरीज ने झारखंड के इस ब्लाक को 2,860 रुपये प्रति टन की बोली लगाकर हासिल किया.
कोलकाता की कंपनी उषा मार्टिन ने बंबई शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, ‘उच्चतम न्यायालय द्वारा कोयला ब्लाक का आबंटन रद्द किये जाने के बाद कंपनी ने 15 फरवरी 2015 को झारखंड स्थित कठौतिया कोयला खदान की ई-नीलामी में भाग लिया.
यह ब्लाक मार्च 2015 तक कंपनी के पास था.’ कंपनी के अनुसार जब अंतिम बोली 2,860 रुपये प्रति टन की आयी तो उसने सोच विचारकर इस प्रकार की आक्रमक बोली में भाग नहीं लेने का निर्णय किया. इसका कारण उसे यह भाव आर्थिक रूप से युक्तिसंगत नहीं लगा.
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