नयी दिल्ली: लग्जरी कार बनाने वाली जर्मन कंपनी मर्सिडीज-बेंज ने आज कहा कि वह 2015 में 15 नई कारें पेश करने की अपनी योजना के तहत स्पोर्ट कार एएमजी जीटी को इसी साल पेश कर सकती है. मर्सिडीज-बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक व सीईओ एबरहर्ड कर्न ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ हमारे वैश्विक […]
नयी दिल्ली: लग्जरी कार बनाने वाली जर्मन कंपनी मर्सिडीज-बेंज ने आज कहा कि वह 2015 में 15 नई कारें पेश करने की अपनी योजना के तहत स्पोर्ट कार एएमजी जीटी को इसी साल पेश कर सकती है.
मर्सिडीज-बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक व सीईओ एबरहर्ड कर्न ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ हमारे वैश्विक स्पोर्ट्स पोर्टफोलियो में एक नया हीरो- मर्सिडीज एएमजी जीटी है. इसे अभी तक यहां पेश नहीं किया गया है. हमने यूरोप में इसे अप्रैल में पेश किया है. यह उन 15 कारों में से एक है जिन्हें हम इस साल भारत में पेश करने की योजना बना रहे हैं.’’ इस बीच, कंपनी ने हैदराबाद के बाजार में मर्सिडीज बेंज सी-क्लास सेडान का डीजल संस्करण आज पेश किया.
परिदृश्य के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ बिक्री के लिहाज से हमें भारत में दहाई अंक की वृद्धि हासिल होने की उम्मीद है.’’उन्होंने कहा कि पिछले साल बिक्री 13 प्रतिशत बढकर 10,201 कारों की रही, जबकि संपूर्ण भारतीय लग्जरी कार बाजार तीन से चार प्रतिशत बढा. पिछले साल भारत में विभिन्न कंपनियों की लग्जरी कारों की बिक्री 32,000 इकाइयों की रही जो इससे पिछले साल से 1,000 अधिक है.
उन्होंने कहा कि कंपनी ने भारत में अपनी नई पीढी की कारों पर बडा दांव लगाया है और उसे इस साल इनकी बिक्री 50 प्रतिशत से अधिक बढने की उम्मीद है. कंपनी की नई पीढी की कारों में लग्जरी हैचबैक ए-क्लास, बी-क्लास, सेडान सीएलए और स्पोर्ट्स युटिलिटी वीकल जीएलए शामिल हैं.
कर्न ने बताया, ‘‘ हमें 2015 में नई पीढी की कारों की बिक्री 50 प्रतिशत तक बढने की उम्मीद है और सीएलए और जीएलए की इस वृद्धि में बडी भूमिका होगी.’’पिछले साल देश में 10,201 कारें बेचने वाली मर्सिडीज खंडवार बिक्री का ब्यौरा नहीं देती, लेकिन अनुमान है कि उसकी कुल बिक्री में नई पीढी की कारों का योगदान करीब 20 प्रतिशत होगा.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.