मुंबई: कमजोर वैश्विक रख के बीच फंडों और छोटे निवेशकों की सतत मुनाफा वसूली से बीएसई सेंसेक्स करीब 208 अंक टूटकर 27,057.41 अंक पर आ गया. सेंसेक्स में यह एक महीने में सबसे बडी गिरावट है. इसके अलावा, कारोबार के दौरान डालर के मुकाबले रुपया 61 के स्तर से नीचे आने का भी बाजार की […]
मुंबई: कमजोर वैश्विक रख के बीच फंडों और छोटे निवेशकों की सतत मुनाफा वसूली से बीएसई सेंसेक्स करीब 208 अंक टूटकर 27,057.41 अंक पर आ गया. सेंसेक्स में यह एक महीने में सबसे बडी गिरावट है.
इसके अलावा, कारोबार के दौरान डालर के मुकाबले रुपया 61 के स्तर से नीचे आने का भी बाजार की धारणा पर प्रतिकूल असर हुआ.अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में निवेशकों के अनुमान से पहले ही वृद्धि करने की संभावना से डालर मजबूत हुआ.
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान दिन के निचले स्तर 27,018.11 अंक पर आ गया था. हालांकि बाद में इसमें कुछ सुधार आया और यह पिछले बंद स्तर की तुलना में 207.91 अंक के नुकसान के साथ 27,057.41 अंक पर बंद हुआ.
इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 8,100 के स्तर से नीचे आ गया और 58.85 अंक टूटकर 8,094.10 अंक पर बंद हुआ.ब्रोकरों ने कहा कि हालांकि रीयल्टी और बिजली कंपनियों के शेयरों में लिवाली ने बाजार को और गिरने से संभाल लिया.
सेंसेक्स में शामिल 30 में से 22 कंपनियों के शेयर नुकसान के साथ बंद हुए जिनमें हीरो मोटोकार्प, इन्फोसिस, आईटीसी, कोल इंडिया, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, भेल, एलएंडटी, मारति सुजुकी, महिंद्रा, एसबीआई और टीसीएस शामिल हैं.
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