नयी दिल्ली : कर विभाग का मानना है कि चालू वित्त वर्ष के लिए तय 11.7 लाख करोड़ रुपये के संशोधित प्रत्यक्ष कर संग्रह के लक्ष्य को हासिल कर लिया जायेगा. विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह विश्वास जताया. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन पीसी मोदी ने कहा कि विभाग आंकड़ों पर गौर कर रहा है और राजस्व बढ़ाने के लिए कृत्रिम मेधा (एआई) प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि विभाग इस संदर्भ में कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करेगा.
मोदी ने उद्योग मंडल सीआईआई की बजट बाद परिचर्चा कार्यक्रम में कहा कि जो भी अनुमान रखा गया है, मुझे लगता है कि उसमें काफी वास्तविकता है. मुझे पूरा भरोसा है कि हम इस साल के लक्ष्य को हासिल करने में कामयाब होंगे. उन्होंने कहा कि अब तक कर संग्रह अच्छा रहा है और चालू वित्त वर्ष की पिछली तिमाही में यह सर्वाधिक रहा है. वित्त वर्ष 2019-20 में कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह में अनुमानित आयकर संग्रह 5.59 लाख करोड़ रुपये और कंपनी कर संग्रह 6.10 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है.
मोदी ने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में प्रत्यक्ष कर राजस्व संग्रह के संदर्भ में विभाग प्रौद्योगिकी का उपयोग करेगा और स्वैच्छिक अनुपालन को बढ़ावा देगा. उन्होंने कहा, ‘हम बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी का उपयोग करने जा रहे हैं. हम आंकड़ों का विश्लेषण कर रहे हैं. कृत्रिम मेधा का व्यापक उपयोग कर रहे हैं. आने वाले समय में इसका असर दिखेगा.’ अगले वित्त वर्ष में आयकर संग्रह 6.38 लाख करोड़ रुपये और कंपनी कर संग्रह 6.81 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान रखा गया है.
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