17.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

जानिये, सफल निवेशक बनने के मंत्र

।। महेश पाटिल।। अधिकतर लोग म्यूचुअल फंडों को सिर्फ इक्विटी में निवेश के जरिया मानते हैं. लेकिन, म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए कई तरह के समाधान पेश करते हैं, जैसे इक्विटी फंड (लार्ज कैप, मिड कैप, विविधीकृत, थीम आधारित वगैरह), फिक्स्ड इनकम फंड (लिक्विड, शॉर्ट, डायनामिक, गवर्नमेंट बांड फंड, एफएमपी वगैरह), और हाइब्रिड फंड (बैलेंस्ड […]

।। महेश पाटिल।।

अधिकतर लोग म्यूचुअल फंडों को सिर्फ इक्विटी में निवेश के जरिया मानते हैं. लेकिन, म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए कई तरह के समाधान पेश करते हैं, जैसे इक्विटी फंड (लार्ज कैप, मिड कैप, विविधीकृत, थीम आधारित वगैरह), फिक्स्ड इनकम फंड (लिक्विड, शॉर्ट, डायनामिक, गवर्नमेंट बांड फंड, एफएमपी वगैरह), और हाइब्रिड फंड (बैलेंस्ड एवं एमआइपी). इनमें से प्रत्येक फंड, निवेशकों को उनके वित्तीय लक्ष्य तक पहुंचाने में मदद कर सकता है. बहरहाल, सही निवेश के लिए सबसे पहले निवेशक को अपने लक्ष्य तय करने चाहिए और फिर उन्हें प्राप्त करने के रास्ते तैयार करने चाहिए. नीचे कुछ सवाल दिये गये हैं, जो पाठकों की इस काम में मदद करेंगे :

मैं कहां हूं? और मुझे कहां पहुंचना है? जब आप अपनी वित्तीय योजना बनाना शुरू करते हैं, तो अपने मौजूदा पोर्टफोलियो और परिसंपत्तियों की विविधता पर ध्यान देना सबसे महत्वपूर्ण है. एक बार सोचिए कि आप अभी किन विकल्पों में निवेश कर रहे हैं? इक्विटी, सुनिश्चित आय और सोने के बीच आपके मौजूदा निवेश का अनुपात क्या है? इसके बाद, अपने प्रमुख वित्तीय लक्ष्यों और प्रत्येक लक्ष्य के अनुमानित रकम को नोट करें. आपके लक्ष्य घर खरीदना, कार के लिए बचत करना, अपने बच्चों की उच्च शिक्षा अथवा शादी के खर्च के लिए पैसे जमा करना, आदि हो सकते हैं.

मैं इन लक्ष्यों तक कब तक पहुंच पाऊंगा? अपने प्रत्येक लक्ष्य का समय तय करें. इसका आपके द्वारा चुने जानेवाले म्यूचुअल फंड से गहरा संबंध है. इक्विटी फंड लंबी अवधि के लक्ष्यों (10 साल से ऊपर के) के लिए सर्वश्रेष्ठ हैं, जबकि हाइब्रिड फंड मध्यम अवधि के लक्ष्यों (4-8 वर्ष) और पारंपरिक फिक्स्ड इनकम फंड अगले 2-3 वर्षो के लिए तय किये गये लक्ष्यों के लिए उचित रहते हैं.

लक्ष्य के लिए कितनी रकम चाहिए? प्रत्येक लक्ष्य के लिए जरूरी अनुमानित रकम की गणना जरूर करें और इसे अपने लक्ष्य को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए महंगाई की दर के हिसाब से बढ़ाते जायें. मसलन, यदि आप तीन वर्ष के समय में एक कार के लिए बचत कर रहे हैं, जिसकी कीमत वर्तमान में पांच लाख रुपये है, तो कार की कीमतों में 5 प्रतिशत की मुद्रास्फीति का अनुमान लगाते हुए, आपको तीन वर्ष के अंत तक 5.79 लाख रुपये जमा करने का लक्ष्य तय करना चाहिए.

कितना निवेश कर सकते हैं? अमूमन लोग एकमुश्त रकम निवेश करना पसंद करते हैं, जैसे एफडी, एनएससी, एकल प्रीमियम बीमा आदि. अधिकतर मामलों में निवेश के लिए एकमुश्त रकम एक निश्चित समय में जमा करनी होती है. लोगों को यह सोचना चाहिए कि जब वे नियमित आधार पर पैसा खर्च कर सकते हैं, तो उन्हें निवेश भी नियमित आधार पर शुरू करना चाहिए. सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (एसआइपी) नियमित निवेश करने का शानदार विकल्प है. एसआइपी जेब पर ज्यादा बोझ नहीं डालेगी और साथ ही एकमुश्त निवेश के जोखिम को भी कम करेगी. यह अनुशासित बचत के नजरिये को भी बढ़ावा देती है.

एसआइपी निवेश के लिए, आप पिछली लंबी अवधि के औसत एसआइपी रिटर्न पर वृद्धि दर का अनुमान लगाकर जांचें कि क्या आप पर्याप्त बचत कर रहे हैं. उदाहरण के लिए, लार्ज कैप फंडों ने पिछले 10 वर्षो में 14-15 फीसदी का रिटर्न दिया है. बैलेंस्ड फंडों ने 12.5 फीसदी, जबकि एमआइपी और इनकम फंडों ने 7.5-8 फीसदी का एसआइपी रिटर्न दिया है.यदि आप की बचत पर्याप्त नहीं है, तो एसआइपी राशि में साल-दर-साल मामूली वृद्धि कर इस कमी को पूरा कर सकते हैं.

जोखिम उठाने की क्षमता क्या है? सर्वोच्च रिटर्न (जैसे इक्विटी) की पेशकश करनेवाले परिसंपत्ति वर्ग में अपने निवेश की रकम लगाना आकर्षक हो सकता है, लेकिन जोखिम लेने की अपनी क्षमता के मुताबिक निवेश करना बहुत महत्वपूर्ण है. यह विभिन्न कारकों जैसे उम्र, मौजूदा बचत, लक्ष्य की मुद्दत, आदि पर निर्भर करता है. इसलिए यदि कोई एक वर्ष बाद कार खरीदने के लिये बचत कर रहा है तो उसे 20 वर्ष बाद अपनी सेवानिवृत्ति के लिए बचत करनेवाले की तुलना में पारंपरिक निवेश विकल्पों में अधिक निवेश करना होगा.

क्या विविध फंडों और सुविधाओं के संयोजन की जरूरत है? अपने निवेश को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने के लिए सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (एसआइपी), सिस्टेमेटिक ट्रांसफर प्लान (एसटीपी) और सिस्टेमेटिक विदड्राल प्लान (एसडब्लूपी) जैसे विकल्पों का इस्तेमाल समझना आवश्यक है. इसलिए सेवानिवृत्ति जैसे लंबी अवधि के लक्ष्य के वास्ते बचत करने के लिए इक्विटी में एसआइपी का प्रयोग आदर्श है. इसके बाद, सेवानिवृत्ति की तारीख आने पर, एसटीपी का प्रयोग करके कम जोखिम वाले फिक्स्ड इनकम फंडों का रुख करना चाहिए. सेवानिवृत्ति के बाद, एसडब्लूपी का इस्तेमाल करते हुए अपने खर्च पूरे करने के लिये रकम निकाली जा सकती है.

अंत में, भरोसेमंद निवेश पार्टनर चुनना भी बहुत महत्वपूर्ण है. जब आप निवेश के लिए आवश्यक फंड के प्रकारों को लेकर पूर्णतया स्पष्ट हो जाते हैं, तो उसके बाद उस वर्ग में फंड के ट्रैक रिकॉर्ड पर अवश्य नजर डालें. ऐसे फंड का चयन करें, जिनका प्रदर्शन लंबे समय से अनुकूल रहा हो. यदि आवश्यक हो, तो निवेश सलाहकार की सेवाओं का इस्तेमाल करें, जो आपके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आपके निवेश की योजना बनाने में मदद कर सकते हैं.

(लेखक बिरला सन लाइफ ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी के सह- मुख्य निवेश अधिकारी हैं.)

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें