नयी दिल्ली : कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड (केपीटीएल) ने बुधवार को कहा कि उसने तीन बिजली पारेषण परिसंपत्तियों में अपनी हिस्सेदारी सीएलपी इंडिया को बेचने के लिए बाध्यकारी समझौता किया है. इस सौदे का अनुमानित मूल्य 3,275 करोड़ रुपये है. सीएलपी इंडिया कनाडाई संस्थागत कोष प्रबंधक सीडीपीक्यू का हिस्सा है.
कल्पतरु पावर ने बंबई शेयर बाजार को बताया कि कंपनी कल्पतरु सतपुड़ा ट्रांसको प्राइवेट लिमिटेड (केएसटीपीएल), अलीपुरद्वार ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) और कोहिमा मारियानी ट्रांसमिशन लिमिटेड (केएमटीएल) में हिस्सेदारी बेच रही है. कंपनी ने कहा कि सौदे के हिस्से के रूप में एटीएल और केएमटीएल के लिए लेन-देन वाणिज्यिक परिचालन शुरू होने की तारीख (सीओडी) के बाद से और कुछ अन्य शर्तों के पूरा होने पर लागू होगा. टेक्नो इलेक्ट्रिक एंड इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड (टेक्नो) की कोहिमा मारियानी ट्रांसमिशन में 26 फीसदी हिस्सेदारी है.
कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनीष मोहनोत ने कहा कि इन बिजली परिसंपत्तियों की बिक्री से केपीटीएल के कर्ज में काफी कमी आयेगी. इससे मुख्य कारोबार के अंदर रणनीतिक विविधता लाने पर ध्यान देने में भी मदद मिलेगी. सीएलपी इंडिया के प्रबंध निदेशक राजीव मिश्रा ने कहा कि कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन की परिसंपत्तियों के अधिग्रहण से कंपनी को देशभर में अपना विस्तार करने में मदद मिलेगी.
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