24.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

तीन डीजीपी व आइबी के अधिकारी ने तैयार की रिपोर्ट

पुलिस सांप्रदायिक, असंवेदनशील व भ्रष्टनयी दिल्ली. दंगों के दौरान पुलिस के रवैये और इस दिशा में पुलिस द्वारा तैयार एक रिपोर्ट में यह स्वीकार किया गया है कि देश के अधिकतर मुसलमान पुलिस को सांप्रदायिक मानते हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा तैयार इस रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के अल्पसंख्यक वर्ग में यह […]

पुलिस सांप्रदायिक, असंवेदनशील व भ्रष्टनयी दिल्ली. दंगों के दौरान पुलिस के रवैये और इस दिशा में पुलिस द्वारा तैयार एक रिपोर्ट में यह स्वीकार किया गया है कि देश के अधिकतर मुसलमान पुलिस को सांप्रदायिक मानते हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा तैयार इस रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के अल्पसंख्यक वर्ग में यह धारणा है कि पुलिस सांप्रदायिक, पूर्वाग्रह से ग्रस्त, असंवेदनशील और भ्रष्ट है. यही नहीं, जनता यह मानती है कि पुलिस में जानकारी के साथ ही पेशेवर दक्षता की भी कमी है. एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक अल्पसंख्यक वर्ग की ओर पुलिस को और ज्यादा संवेदनशील बनाने की योजना के तहत तैयार की गयी यह रिपोर्ट तीन डीजीपी और इंटेलिजेंस ब्यूरो के एक अधिकारी द्वारा तैयार की गयी है. इनमें महाराष्ट्र के संजीव दयाल, उत्तर प्रदेश के देओराज नागर और तमिलनाडु केके रामानुजम शामिल हैं.पुलिस में मुसलमानों की संख्या भी कारणरिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस बल में मुसलमानों की संख्या और दंगों के दौरान कुछ पुलिसकर्मियों के तौर-तरीकों ने भी अविश्वास के बीज बोये हैं. दंगों के दौरान कुछ राज्यों में पुलिसकर्मियों के व्यवहार ने अल्पसंख्यक वर्ग में संदेह और अविश्वास के भाव को मजबूत किया है. रिपोर्ट में पुलिस के प्रति संदेह के इस भाव को चिंताजनक बताया गया है और इसमें जल्द सुधार की अपेक्षा की गयी है. साल 2013 में नयी दिल्ली में डीजी कांफ्रेंस के दौरान सौंपी गयी यह रिपोर्ट वर्तमान में केंद्र सरकार के पास है. रिपोर्ट को कार्रवाई का इंतजार है. इस रिपोर्ट में दंगों को रोकने के लिए बेहतर फ्रेमवर्क के साथ ही सभी राज्यों के लिए बेहतर कम्युनिटी पुलिसिंग प्लान बनाने की मांग की गयी है.ट्रेनिंग के दौरान रवैये पर ध्यानरिपोर्ट में जिन सुधार प्रक्रियाओं की चर्चा है, उनमें सभी पुलिस रैंक की ट्रेनिंग के दौरान पुलिस के रवैये में बदलाव की बात पर जोर दिया गया है. इसके साथ ही अफवाहों खास कर सोशल मीडिया से निपटने के लिए नये विंग बनाने की बात की गयी है. लेकिन, इन सबसे पहले सभी तरह के पूर्वाग्रहों से निजात पाने की बात कही गयी है.साभार: बीबीसी

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें