झारखंड में सुखाड़ की स्थिति पैदा हो चुकी है. रांची सहित राज्य के 11 जिलों में अब तक रोपा की शुरुआत तक नहीं हुई है. शेष जिलों में कुल 81 हजार हेक्टेयर जमीन पर ही धान लगाया जा सका है. कृषि विज्ञानी कह रहे हैं कि हालात अभी पूरी तरह नहीं बिगड़े हैं. बारिश की उम्मीद 31 जुलाई तक की जा सकती है. अगर इसके बाद भी बारिश नहीं हुई, तो फिर स्थिति विकट हो जायेगी और कोई उम्मीद नहीं बचेगी. किसान भी आसमान की ओर टकटकी लगाये हुए हैं. फिलहाल खेतों में बिचड़े सूख गये हैं.
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