नयी दिल्ली : इन्फोसिस ने आज सैप के निदेशक मंडल के सदस्य विशाल सिक्का को मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक के पद पर नियुक्त करने की घोषणा के साथ कई महीनों से नए नेतृत्व के संबंध में बरकरार असमंजस खत्म हो गया है जिसके कारण भारत की दूसरी सबसे बड़ी साफ्टवेयर सेवा कंपनी से कई वरिष्ठ कार्यकारियों ने इस्तीफा दिया है.
सिक्का इन्फोसिस के सह-संस्थापकों की जमात से बाहर के पहले व्यक्ति होंगे जा बेंगलूर की इस कंपनी का नेतृत्व करेंगे और 1 अगस्त 2014 को एस डी शिबूलाल से कंपनी के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक का पद ग्रहण करेंगे.
सह-संस्थापक एन आर नारायण मूर्ति भी 14 जून को कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देंगे. उन्हें पिछले साल सेवानिवृत्ति के बाद कंपनी का नेतृत्व करने के लिए बुलाया गया था और वह ऐसे समय में इन्फोसिस को उच्च वृद्धि के मार्ग पर वापस लाये, जबकि वह टीसीएस और एचसीएल टेक से पिछड़ रही थी.
इन्फोसिस ने एक बयान में कहा कि इसके अलावा एस गोपालकृष्णन ने भी 14 जून 2014 से कार्यकारी उपाध्यक्ष के पद से स्वैच्छिक तौर पर इस्तीफा देने की पेशकश की है.
इंफोसिस ने कहा कि सैप के हाना प्लैटफार्म से जुड़ी प्रमुख हस्ती, सिक्का को 14 जून 2014 को निदेशक मंडल के पूर्णकालिक निदेशक और मुख्यकारी एवं प्रबंध निदेशक के तौर पर शामिल किया जाएगा.
सिक्का ने एमएस यूनिवर्सिटी, बड़ौदा से कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढाई की और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी किया.वह शिबूलाल की जगह लेंगे जो 31 जुलाई 2014 को निदेशक मंडल से इस्तीफा देंगे। शिबूलाल अगले साल होनेवाली सेवानिवृत्ति से कई माह पहले इस्तीफा दे रहे हैं.
इससे पहले जर्मनी की कंपनी सैप के निदेशक मंडल के कार्यकारी सदस्य थे और उन पर हर तरह के उत्पादों की जिम्मेदारी थी जिनमें पारंपरिक से लेकर क्लाउड ऐप्लिकेशन, प्रौद्योगिकी, हाना जैसे प्लैटफार्म, ऐनेलिटिक्स, मोबाइल और मिडलवेयर शामिल हैं.कंपनी का शेयर बंबई शेयर बाजार में करीब 1 प्रतिशत की तेजी पर कारोबार कर रहा था.बयान में कहा गया कि इंफोसिस ने कंपनी के अध्यक्ष और पूर्णकालिक निदेशक यूबी प्रवीण राव को प्रोन्नत कर मुख्य परिचालन अधिकारी बना दिया गया है.
जो अन्य बदलाव हो रहे हैं उनमें पूर्णकालिक निदेशक श्रीनाथ बटनी 31 जुलाई 2014 को निदेशक मंडल से इस्तीफा दे रहे हैं और 12 प्रमुख अधिकारियों को प्रोन्नत कर कार्यकारी उपाध्यक्ष बनाया जा रहा है जिनके पास अतिरिक्त जिम्मेदारियां होंगी.
मशहूर बैंकर के वी कामत 11 अक्तूबर 2013 को कंपनी के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष बनेंगे जबकि मूर्ति को कंपनी में उनके योगदान को ध्यान में रखते हुए अध्यक्ष ऐमेरिटस बनाया जाएगा.
मूर्ति को पिछले साल जून में कंपनी के कायाकल्प के लिए कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर कंपनी मंे वापस लाया गया। पिछले साल जून से कंपनी के 11 वरिष्ठतम कार्यकारियों ने इस्तीफा दिया.
अपनी वापसी पर मूर्ति ने कार्यकारी अध्यक्ष के नए पद का निर्माण किया जो अब खत्म हो जाएगा. उनके पुत्र रोहन मूर्ति जो अपने पिता के सहायक के तौर पर कंपनी से जुडे वह भी 14 जून 2014 कंपनी से विदा लेंगे.
मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक के पद पर नियुक्ति के संबंध में सिक्का ने कहा मैं प्रौद्योगिकी उद्योग के अग्रणी लोगों द्वारा बनायी गयी इस प्रतिष्ठित कंपनी का नेतृत्व करने में अपने-आपको सम्मानित महसूस कर रहा हूं. उन्होंने कहा कंप्यूटिंग प्रौद्योगिकी हर क्षेत्र से जुड़े हर उद्योग को नया आकार प्रदान कर रहा है.
हमारे पास इंफोसिस में महत्वपूर्ण समाधान पेश करने का विलक्षण मौका है जो हमारे ग्राहकों, कर्मचारियों, निवेशकों और अन्य संबद्ध पक्षों का नया आयाम प्रदान करेगा.
पढ़ें नारायणमूर्तिका ट्वीट
Happy to welcome Vishal @vsikka to Infosys. I am confident that Infosys is in capable hands.
— Narayana Murthy (@Infosys_nmurthy) June 12, 2014
विशाल सिक्का का ट्वीट
Humbled to lead @Infosys an iconic pioneer in IT. Looking fwd to learn & work w/ infoscions & global clients on breakthrough innovation.
— Vishal Sikka (@vsikka) June 12, 2014
नंदन नीलेकणी का ट्वीट
I am confident that @Infosys will scale even greater heights under @VSikka‘s able stewardship. Wish him the very best!
I am confident that @Infosys will scale even greater heights under @VSikka's able stewardship. Wish him the very best!
— Nandan Nilekani (@NandanNilekani) June 12, 2014
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